मणिपुर हिंसा पर संसद में हंगामा, AAP सांसद संजय सिंह पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित
आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को संसद के मानसून सत्र से निलंबित कर दिया गया है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ द्वारा संजय सिंह का नाम लिए जाने पर सदन के नेता पीयूष गोयल ने संजय सिंह को सत्र की बची हुई अवधि से निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया था, जिसके सदन ने स्वीकार कर लिया। गौरतलब है कि सिंह समेत विपक्ष के अन्य सांसद मणिपुर हिंसा को लेकर नारेबाजी कर रहे थे।
सभापति जगदीप धनखड़ ने की कार्रवाई
प्रधानमंत्री को देश की जनता को जवाब देना होगा- AAP
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, "अगर सच की आवाज उठाते हुए संजय सिंह निलंबित होंगे तो हमें कोई दुख नहीं है। हमारी कानूनी टीम देखेगी कि आगे इस मामले पर क्या किया जा सकता है।" AAP ने ट्वीट किया, 'संसदीय इतिहास का काला दिन। मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री मोदी से जवाब मांगने पर AAP सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। प्रधानमंत्री को देश की जनता को जवाब देना ही होगा।'
TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन को भी मिली चेतावनी
मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच सभापति जगदीप धनखड़ और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच भी तीखी नोकझोंक हुई। धनखड़ ने डेरेक को अपनी सीट पर बैठने की चेतावनी देते हुए कहा था, जिसके बाद सदन की कार्यवाही को भी कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया गया। 3 महिलाओं को निर्वस्त्र करके धुमाने का वीडियो आने के बाद से ही विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
राज्यसभा सभापति ने पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई
इंडिया टुडे के मुताबिक, राज्यसभा सभापति ने हंगामे के कारण बाधित हुए कामकाज को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई है। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और अर्जुन राम मेघवाल ने संसद की कार्यवाही को लेकर विपक्षी नेताओं से मुलाकात भी की है। गौरतलब है कि इससे पहले विपक्ष के कई सांसदों ने संजय सिंह के मानसून सत्र से निलंबन के फैसले के खिलाफ राज्यसभा सभापति से मुलाकात की।
संसद के अंदर प्रधानमंत्री को देना चाहिए बयान- खड़गे
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया, 'यह शर्मनाक है कि जब संसद सत्र चल रहा है तो प्रधानमंत्री सदन के बाहर बयान दे रहे हैं। मणिपुर हिंसा पर संसद के अंदर व्यापक बयान देना उनका कर्तव्य है।' उन्होंने आगे लिखा कि वह राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष से अनुरोध कर रहे हैं कि मणिपुर में मौजूदा स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद के अंदर बयान देना चाहिए।