#NewsBytesExclusive: लिवर पर निर्भर हैं कई शरीरिक क्रियाएं, विशेषज्ञ से जानें इसे स्वस्थ रखने के तरीके
स्वस्थ जीवन के लिए लिवर का सही ढंग से काम करना महत्वपूर्ण है। लिवर शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है और खाना पचाने के लिए आवश्यक पित्त और एंजाइम का भी बनाता है। यही वजह है कि लिवर को स्वास्थ्य रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। न्यूजबाइट्स हिंदी ने गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर रोहित गोयल से इस संबंध में बात की तो उन्होंने लिवर को स्वस्थ रखने के तरीके और कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए क्या-क्या करें?
लिवर को स्वस्थ रखने के सवाल पर डॉ गोयल ने बताया कि लिवर शरीर की मेटाबॉलिक गतिविधियों से जुड़ा हुआ है और इसे स्वस्थ रखने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं होती है। इसमें खुद को हील करने की क्षमता अधिक होती है। उन्होंने बताया कि लिवर को स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली का स्वस्थ होना जरूरी है। डाइट में स्वास्थ्यवर्धक खान-पान की चीजों को शामिल करने और रोजाना एक्सरसाइज करने मात्र से लिवर स्वस्थ रह सकता है।
लिवर को स्वस्थ रखने वाली एक्सरसाइज और योगासन
डॉ गोयल के मुताबिक, लिवर को स्वस्थ रखने के लिए कोई खास एक्सरसाइज या योगासन नहीं है। इसके लिए उन एक्सरसाइज और योगासनों का अभ्यास करें, जो आपके वजन को नियंत्रण में कर सकें। बढ़ता वजन 80 प्रतिशत तक लिवर को नुकसान पहुंचाने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। उन्होंने बताया कि अपने रूटीन में वजन, आयु और मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर ऐसी एक्सरसाइज या योगासन शामिल करें, जिसे आसानी से करके आप अपना वजन नियंत्रित रख सकें।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए किन चीजों से करें परहेज?
डॉ गोयल ने बताया कि अधिक तले खाद्य पदार्थ, चीनी, हाई कार्ब्स, शराब और प्रोसेस फूड आदि का सेवन लिवर को नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकता हैं। इस कारण लोगों को इन खान-पान की चीजों से परहेज करना चाहिए। उन्होंने बताया कि ये चीजें शरीर में पहुंचकर लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं। इसके कारण फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस और कई तरह की बीमारी होने का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
लिवर को नुकसान पहुंचाने वाले कारक
डॉ गोयल ने बताया कि हेपेटाइटिस नामक वायरल इंफेक्शन, अनुवांशिकता, ऑटोइम्यून की बीमारी, मोटापा और कुछ अन्य दवाइयों के इस्तेमाल से लिवर को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि गलत खान-पान भी लिवर के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसी तरह अधिक शराब का सेवन भी लिवर को नुकसान पहुंचता है। शराब को शरीर से बाहर निकालने की प्रक्रिया हानिकारक पदार्थ उत्पन्न कर सकती है। ये पदार्थ लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।
अस्वस्थ लिवर से जुड़े शारीरिक संकेत
डॉ गोयल ने बताया, "लिवर के खराब होने के शारीरिक संकेत तब मिलते हैं, जब स्थिति गंभीर हो जाती है। हालांकि, लिवर के अस्वस्थ होने पर शरीर कुछ संकेत देता है, लेकिन ज्यादातर लोग इन संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं।" उन्होंने कहा, "कमजोरी महसूस करना, शरीर से बदबू आना, त्वचा पर स्पाइडर एंजियोमा (मकड़ी के जालों की तरह लाल और नीले रंग की धारियां) का बनना और त्वचा पर नील के धब्बे पड़ना आदि अस्वस्थ लिवर के लक्षण हैं।"
अस्वस्थ लिवर का कैसे पता लगाया जा सकता है?
डॉ गोयल का कहना है कि अस्वस्थ लिवर का पता लगाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह शारीरिक जांच और टेस्ट के बाद आपको इसकी स्थिति के बारे में बता सके। इसके लिए डॉक्टर आपसे आपकी मेडिकल हिस्ट्री, खान-पान और शराब के सेवन से संबंधित सवाल पूछ सकते हैं। उन्होंने बताया कि आप चाहें तो इसके लिए कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट, पेट का अल्ट्रासाउंड और फाइब्रोस्कैन अल्ट्रासाउंड जैसे टेस्ट भी करवा सकते हैं।
क्या वायु प्रदूषण से भी प्रभावित होता है लिवर?
दिल्ली और इसके आस-पास की हवा जहरीली होती जा रही है और इसका कारण यहां बढ़ता वायु प्रदूषण है। राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में यह सवाल भी उठता है कि क्या यह लिवर के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाता है। इसका जवाब देते हुए डॉ गोयल ने कहा कि वायु प्रदूषण का सीधा नकारात्मक असर फेफड़ो पर पड़ता है। इससे लिवर को नुकसान न बराबर है।
लिवर से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा किन लोगों को ज्यादा है?
डॉ गोयल का कहना है कि मोटापे और मधुमेह से ग्रस्त लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारियां होने का अधिक खतरा रहता है। 45 साल से अधिक उम्र के लोगों, आनुवांशिक कारण, हेपेटाइटिस-बी और हेपेटाइटिस-सी के रोगियों को भी लिवर की बीमारियां होने की संभावना ज्यादा रहती है। उन्होंने बताया कि अधिक शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन भी लिवर की बीमारियों का खतरा उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में इनसे भी बचा जाना चाहिए।
लिवर की बीमारी होने पर घरेलू नुस्खों को अपनाना चाहिए या नहीं?
इस बारे में डॉ गोयल का कहना है कि लिवर की बीमारी होने पर किसी भी तरह के घरेलू नुस्खे को ना अपनाएं, बल्कि डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता दें। इसका कारण है कि बीमारियों की स्थिति को नियंत्रित करने में डॉक्टरी सलाह मदद करती है।
लिवर को बीमारियों से बचाए रखने के उपाय
डॉ गोयल ने कहा कि लिवर को बीमारियों से सुरक्षित रखने का तरीका है कि अपने वजन को नियंत्रित रखें। अगर किसी व्यक्ति को हाई कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह की शिकायत है तो इन बीमारियों के स्तर को नियंत्रित रखने के प्रयास करें। उन्होंने आगे बताया कि संतुलित खान-पान और शारीरिक गतिविधियों पर भी खास रूप से ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही समय-समय पर हेल्थ चेकअप भी कराते रहना चाहिए।
डॉ गोयल से जुड़ी जानकारी
डॉ रोहित गोयल, दिल्ली के नामचीन डॉक्टर्स में से हैं और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने अपना DM अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) से पूरा किया है। डॉ गोयल को चिकित्सा क्षेत्र में 16 साल से भी ज्यादा का अनुभव है और वह गैस्ट्रोस्कोपी, हेपाटो-बिली-पैंक्रियास, एन्डोस्कोपिक रेट्रोग्रैड चोलैंगियोपैरेग्रोफी (ERCP), लिवर रोग, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) आदि बीमारियों के इलाज कर सकते हैं।