#NewsBytesExclusive: क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अभिषेक नायर ने की हमसे खास बातचीत, पढ़ें
भारत के लिए तीन वनडे खेलने वाले मुंबई के ऑलराउंडर अभिषेक नायर ने बुधवार को घरेलू क्रिकेट को अलविदा कह दिया। नायर इंडियन प्रीमियर लीग के अगले सीज़न में कोलकाता नाइट राइडर्स के सहायक कोच की भूमिका निभाएंगे। लगभग 15 साल मुंबई के लिए खेलने वाले नायर एक बेहतरीन क्रिकेटर के साथ-साथ शानदार मेंटॉर भी हैं। नायर ने ही रोहित और कार्तिक को ट्रेन किया है। NewsBytes हिंदी से विशेष बातचीत में भविष्य को लेकर नायर ने खुलकर बात की।
आंध्रा में जन्में थे अभिषेक नायर, लेकिन मुंबई के लिए खेले घरेलू क्रिकेट
अभिषेक नायर का जन्म आंध्रा में हुआ था, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट मुंबई के लिए खेला। इसके पीछे की कहानी के सवाल पर नायर ने कहा, "मेरी मां आंध्रा की है, लेकिन जन्म के बाद मैं हमेशा से मुंबई में ही रहा हूं। मेरे माता-पिता भी मुंबई में ही रहते थे, लेकिन उनके रूट्स हैदराबाद के हैं।" उन्होंने आगे कहा, "मेरी मां सिर्फ मेरे जन्म के समय हैदराबाद गई थी, बाकी मैं शुरुआत से ही मुंबई में ही रहा हूं।"
मुंबई के लिए खेलना, भारत के लिए खेलने जैसा- नायर
संघर्ष के सवाल पर नायर ने कहा कि संघर्ष हर क्रिकेटर के जीवन का हिस्सा होता है। उन्होंने कहा, "यहां तक पहुंचने के लिए अंडर-15, 16, 17, 18 लगातार सभी में अच्छा प्रदर्शन करना पड़ता है। संघर्ष हर क्रिकेटर के जीवन का हिस्सा होता है।" उन्होंने आगे कहा, "लगातार अच्छा प्रदर्शन करना और खुद को प्रूव करना ही सबसे बड़ा संघर्ष रहा। जिस वक्त मैं खेला, उस वक्त मुंबई के लिए खेलना देश के लिए खेलने जैसा होता था।"
'कई लोगों ने की मदद, किसी एक का नाम नहीं ले सकता'
क्रिकेट में गॉड फादर के सवाल पर नायर ने कहा, "क्रिकेट एक ऐसा प्रोफेशन होता है, जिसमें कई लोग आपकी मदद करते हैं। मेरी भी कई लोगों ने मदद की, लेकिन मैं किसी एक या दो का नाम नहीं ले सकता।"
भारत के लिए तीन मैच भी खेलना, मेरे लिए गर्व की बात- नायर
नायर को भारत के लिए सिर्फ तीन वनडे में मौका मिला, इसके बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया था। इसके पीछे का कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि दोबारा मौका न मिलने का कोई मलाल नहीं है। भारत के लिए तीन मैच खेलना भी उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने आगे कहा, "मैं पॉज़ीटिव रहने वाला व्यक्ति हूं। कई ऐसे भी खिलाड़ी रहे, जिन्हें मुंबई के लिए ही मौका नहीं मिला। मुझे इसका कोई मलाल नहीं है।"
'समय से पहले और नसीब से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता'
नायर ने आगे कहा, "एक टाइम आता है, जब एक क्रिकेटर को लगता है कि मुझे ज्यादा मौका मिलना चाहिए। लेकिन मैं मानता हूं किसी को भी समय से पहले और नसीब से ज्यादा कुछ नहीं मिलता। इसलिए जितने मौके मिले, मैं उसमें खुश हूं।"
नंबर महज़ एक आंकड़ा है- नायर
नायर मुंबई के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 99 मैच खेले, उन्हें 100 मैच पूरे करने का मौका नहीं मिला। नायर से यह पूछने पर कि क्या उन्हें इसका मलाल है तो उन्होंने कहा कि नंबर महज़ एक आंकड़ा है। उन्होंने कहा, "99 और 100 में कोई अंतर नहीं है। मैं आंकड़ों पर ज्यादा विश्वास नहीं करता। मेरा मानना है कि आपको ज्यादा मैच खेलने से नहीं बल्कि अच्छा खेलने से जाना जाता है और मैं इसमें सफल रहा हूं।"
2011 में रोहित शर्मा को किया था ट्रेन
नायर ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने 2011 में रोहित शर्मा को ट्रेन किया था। इसके बाद उन्हें दूसरों की मदद करना अच्छा लगा। इसके बाद ही उन्होंने मेंटॉर करना शुरु किया। उन्होंने कहा, "रोहित की फिटनेस को लेकर मैंने ज्यादा मदद की। 2011 विश्व कप से ड्रॉप होने के बाद रोहित काफी निराश थे। रोहित उस वक्त काफी ओवर वेटेड थे, मैंने उन्हें फिट करने और अपनी ताकत को पहचानने में उनकी मदद की। फिर जो हुआ सही हुआ।"
दिनेश कार्तिक को भी ट्रेन कर चुके हैं नायर
कार्तिक को ट्रेन करने पर नायर ने कहा, "कार्तिक के साथ मैंने कई तरह से काम किया। उनके साथ मेरा फोकस था कि वह अपनी ताकत को पहचानें और अपना क्रिकेट खुलकर खेले। मैंने जितने भी खिलाड़ियों के साथ काम किया, ऐसे ही काम किया।"
IPL में मुंबई और राजस्थान के लिए खेलना शानदार रहा- नायर
नायर IPL में कई टीमों के लिए खेले हैं, ऐसे में किस टीम के साथ खेलना उनके लिए शानदार रहा। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "IPL में हर टीम के साथ एक अलग अनुभव मिला। लेकिन बतौर खिलाड़ी पहले तीन साल मुंबई इंडियंस के लिए खेलना और परफॉर्म करना शानदार रहा।" उन्होंने आगे कहा, "राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलना काफी शानदार रहा। ऑन द फील्ड और ऑफ द फील्ड कई यादें इन दोनों टीमों के साथ जुड़ी रही।"
भारत के लिए पहला वनडे खेलना यादगार था- नायर
नायर ने लगभग 15 साल घरेलू क्रिकेट खेला, ऐसे में जब हमने उनके क्रिकेटिंग करियर के यादगार लम्हें के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, "भारत के लिए सेंट लूसिया में अपना पहला वनडे खेलना सबसे यादगार रहा। यह वह चीज़ है, जो मैं कभी नहीं भूल सकता।" उन्होंने आगे कहा, "मुंबई के लिए कमबैक भी यादगार रहा। एक बार टीम से ड्रॉप होने के बाद कमबैक करना यादगार रहा। यह दोनों चीज़े मेरे लिए मेमोरेबल हैं।"
कोचिंग करने से सुकून मिलता है- नायर
भविष्य की योजनाओं से जुड़े सवाल पर नायर ने कहा, "मुझे दूसरों की मदद करना अच्छा लगता है। मैं ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों की मदद करना चाहता हूं। दरअसल, मुझे कोचिंग करने में सुकून मिलता है।" बता दें कि नायर IPL में कोलकाता के सपोर्टिंग स्टाफ से जुड़े हुए हैं। कोलकाता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस टीम के साथ एक परिवार जैसा महसूस होता है।
IPL 2020 में KKR के सहायक कोच होंगे अभिषेक नायर
बता दें कि KKR ने IPL के अगले सीज़न के लिए ब्रेंडन मैकुलम को कोच, डेविड हसी को मेंटॉर और काइल मिल्स को गेंदबाज़ी कोच नियुक्त किया है। ऐसे में टीम में अभिषेक नायर की क्या भूमिका होगी? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "IPL 2020 में मैं सहायक कोच की भूमिका अदा करूंगा। मैं ब्रेंडन मैकुलम और दिनेश कार्तिक को ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट देने की कोशिश करूंगा। जो रोल मिलेगा, उसे अच्छे से निभाने की कोशिश करूंगा।"
अभिषेक नायर का करियर
भारत के लिए तीन मैच खेलने वाले नायर को बल्लेबाज़ी का मौका ही नहीं मिला, वहीं गेंदबाज़ी में उन्होंने सिर्फ 18 गेंदे ही फेंकी है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 103 मैचों में नायर के नाम 45.62 की औसत से 5,749 रन और 173 विकेट हैं। वहीं लिस्ट ए में नायर के नाम 99 मैचों में 2,145 रन और 79 विकेट हैं। साथ ही IPL के 60 मैचों में नायर के नाम 672 रन और 9 विकेट हैं।