
#NewsBytesExplainer: फिल्म या टीवी जगत में क्या होता है कास्टिंग निर्देशक का काम? जानिए उनकी भूमिका
क्या है खबर?
किसी भी फिल्म को बनाने के पीछे बहुत से लोगों की मेहनत होती है। कास्टिंग निर्देशक भी उन्हीं में से एक है, जिनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।
कलाकार बनना जितना मुश्किल काम है, उससे भी ज्यादा मुश्किल काम किसी को कलाकार बनाना है। नवोदित कलाकारों के इसी सपने को पूरा करते हैं कास्टिंग निर्देशक।
आइए जानते हैं फिल्म और टीवी जगत में उनकी भूमिका कितनी अहम है।
काम
क्या होता है काम?
साधारण शब्दों में समझें तो कास्टिंग निर्देशक फिल्मों या टीवी की दुनिया में नए चेहरों का चयन करता है। फिल्मों या टीवी पर काम पाने के लिए संघर्ष कर रहे किसी भी नवोदित कलाकार के लिए स्टार या सुपरस्टार बनने का पहला दरवाजा एक कास्टिंग निर्देशक ही खोलता है।
इंडस्ट्री में कई कलाकारों के आगमन के पीछे उसकी भूमिका बेहद अहम होती है।
कास्टिंग निर्देशक फिल्म की कहानी और किरदार के हिसाब से कलाकारों का चयन करता है।
हिस्सा
कलाकारों, निर्माताओं और निर्देशकों के बीच की सीढ़ी
कास्टिंग निर्देशक का मकसद कलाकारों, निर्माताओं और निर्देशकों को साथ लाना है। कास्टिंग निर्देशक फिल्म की कहानी पढ़कर निर्देशक से बातचीत करता है।
इसके बाद वह उन कलाकारों से संपर्क करता है, जो निर्देशक की नजर में उस भूमिका के लिए सबसे बेहतर हों।
उदाहरण के लिए, यदि बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट में विदेशी मूल के किसी व्यक्ति का जिक्र है तो कास्टिंग निर्देशक इसके लिए ऐसे अभिनेताओं को शॉर्टलिस्ट करना शुरू कर देता है, जो विदेशी मूल के हों।
प्रक्रिया
कास्टिंग का फॉर्मूला
कास्टिंग के लिए फाॅर्मूला यह है कि कलाकारों का पहले इंट्रो (प्रोफाइल और लुक फोटो) लिया जाता है। उसके बाद उनका ऑडिशन होता है। किरदार में फिट बैठने के बाद कलाकार को फिल्म या टीवी शो के निर्देशक के पास ले जाया जाता है।
भले ही अंतिम फैसला फिल्म के निर्देशक का होता हो, लेकिन किरदार पाने के लिए लालायित लोगों की भीड़ में से कुछ का चयन करने और उन्हें परखने में कास्टिंग निर्देशक का बड़ा योगदान होता है।
जिम्मेदारी
सही और कुशल कलाकार चुनने की जिम्मेदारी
एक कुशल कास्टिंग निर्देशक का काम इतना सटीक होता है कि निर्देशक अमूमन उसे रिजेक्ट नहीं करता।
अगर कास्टिंग निर्देशक का सुझाया हुआ कलाकार निर्देशक को पसंद नहीं आता तो पहले किए गए ऑडिशन के आधार पर कास्टिंग निर्देशक, निर्देशक को दूसरा कलाकार सुझाता है या फिर नए सिरे से ऑडिशन लेता है।
उस पर सही कलाकार का चयन करने की जिम्मेदारी होती है क्योंकि वही कलाकार आगे चलकर फिल्म या टीवी शो का चेहरा बनता है।
संज्ञान
बॉलीवुड में कास्टिंग निर्देशक का नाम चर्चा में कब आया?
बॉलीवुड में कास्टिंग निर्देशक का नाम मुकेश छाबड़ा से चर्चा में आया, जो कास्टिंग निर्देशन की दुनिया में सबसे चमकता चेहरा बनकर उभरे हैं।
'चिल्लर पार्टी', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'काई पो चे', 'रॉकस्टार' और 'सुपर 30' की कास्टिंग उन्होंने ही की।
'सुपर 30' में 30 बच्चों का चयन करने में उन्हें 7 महीने लगे। करीब 14,000 बच्चों का ऑडिशन लिया, 200 बच्चे चुने, फिर गिनती 100 तक पहुंची, जिनके साथ महीनों वर्कशॉप कर उनमें से 30 बच्चे चुने गए।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
IMDb के मुताबिक, मुकेश ने 300 से ज्यादा फिल्मों, 100 से ज्यादा वेब सीरीज और कई विज्ञापनों के लिए कलाकारों को कास्ट किया है। सुशांत सिंह राजपूत, राजकुमार राव, प्रतीक गांधी, मृणाल ठाकुर और सान्या मल्होत्रा जैसे कई नामचीन कलाकार उन्हीं की खोज हैं।
टीम
कास्टिंग निर्देशक की होती है पूरी टीम
अब कास्टिंग का काम एक अकेला व्यक्ति नहीं कर सकता। यह काम एक प्रबंधन की तरह होता है। इसलिए हर एक कास्टिंग निर्देशक की अपनी अलग से टीम होती है।
टीम में कई लोग काम करते हैं। आखिर में कास्टिंग निर्देशक फिल्म या टीवी के निर्देशक के साथ मिलकर कलाकारों की सूची फाइनल करता है।
एक कास्टिंग निर्देशक का दायरा शहर से गांवों तक फैला रहता है।
उसके पास गांव, थिएटर ग्रुप, लोकल संस्था के कलाकारों का बैंक होता है।
भूमिका
बढ़ी कास्टिंग निर्देशक की मांग
पहले के जमाने में फिल्म के हीरो-हीरोइन के अलावा अन्य कलाकारों का चयन भी निर्माता-निर्देशक ही कर लिया करते थे या यह काम फिल्म की यूनिट का कोई सदस्य कर लेता था।
हालांकि, अब फिल्म बनाने की तकनीक भी आधुनिक हो गई है और इसी के साथ एक्टर बनने की चाहत रखने वालों की संख्या में भी दिन-ब-दिन इजाफा हो रहा है।
ऐसे में कास्टिंग निर्देशक का पूरा एक महकमा बन गया है और इन पर जिम्मेदारियां भी ज्यादा हैं।
जानकारी
होनी चाहिए ये खूबियां
कास्टिंग निर्देशक को भी सिनेमा, थिएटर, साहित्य और एक्टिंग की समझ होनी चाहिए। जो भी कास्टिंग निर्देशक इसमें कमजोर होगा, उसे सही कलाकार के चयन में परेशानी आएगी। मुकेश से लेकर जोगी मलंग जैसे कई कास्टिंग निर्देशक थिएटर के मंझे हुए कलाकार हैं।