NEET UG: 4 छात्रों के समान अंक, फिर भी तनिष्का को ही क्यों मिली पहली रैंक?
बुधवार को जारी हुए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर ग्रेजुएशन (NEET UG) के नतीजों में हरियाणा की तनिष्का ने पहला स्थान हासिल किया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के मुताबिक, परीक्षा में इस बार 17.64 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे जिसमें से 9.93 लाख छात्रों को सफलता मिली। परीक्षा में 720 में से अधिकतम 715 अंक चार छात्रों को मिले हैं, लेकिन इस बार बराबर अंक वाले छात्रों को संयुक्त रूप से पहली रैंक नहीं मिली है।
NTA ने नतीजे तैयार करने में लागू की नई टाई-ब्रेकर पॉलिसी
NTA ने तनिष्का को NEET UG में पहला स्थान देने के लिए नई टाई-ब्रेकर पॉलिसी को लागू किया। इसके तहत तनिष्का के बाद दिल्ली के वत्स आशीष बतरा को दूसरा स्थान मिला है, वहीं कर्नाटक के ऋषिकेश नागबूषण गांगुली को तीसरा और रुचा पवाशी को चौथा स्थान मिला है। NTA के अधिकारी ने कहा कि काउंसलिंग के लिए ये जरूरी है कि हर उम्मीदवार को अपनी खुद की रैंक मिले जिसकी वजह से टाई-ब्रेकर नियम में बदलाव किया गया है।
NTA ने नौ फैक्टर्स का ध्यान में रखकर दी रैंकिंग
पहले बायोलॉजी, फिर केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स में अधिक स्कोर हासिल करने वाले उम्मीदवार सभी विषयों में गलत उत्तरों और सही उत्तरों की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार बायोलॉजी में सही उत्तर के मुकाबले कम गलत उत्तर के अनुपात वाले उम्मीदवार केमिस्ट्री में सही उत्तरों और गलत उत्तरों के न्यूनतम अनुपात वाले उम्मीदवार फिजिक्स में कम प्रतिशत में गलत उत्तरों और सही उत्तरों का अटैम्पट करने वाले उम्मीदवार उम्मीदवार की अधिक उम्र NEET UG आवेदन संख्या आरोही क्रम में
NEET 2021 में रैंक टाई होने से बचने के लिए क्या फॉर्मूला अपनाया गया था?
पिछले साल (2021) में दो उम्मीदवारों के बीच रैंकिंग टाई होने से बचने के लिए परीक्षा एजेंसी NTA ने वरीयता के क्रम में निम्नलिखित तीन फॉर्मूला का इस्तेमाल किया था: परीक्षा में बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी) में अधिक स्कोर हासिल करने वाले उम्मीदवार। परीक्षा में केमिस्ट्री में अधिक स्कोर हासिल करने वाले उम्मीदवार। परीक्षा में सभी विषयों में गलत उत्तरों और सही उत्तरों की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार।
2021 में एक समान अंक वाले तीन उम्मीदवारों को NTA ने घोषित किया था टॉपर
NEET 2021 में ऊपर बताए गए फॉर्मूला का इस्तेमाल होने के बावजूद टॉप तीन उम्मीदवारों के एक समान अंक आए और उन्हें पहली रैंक दी गई। तेलंगाना की मृणाल कुटेरी, दिल्ली के तन्मय गुप्ता और महाराष्ट्र की कार्तिका नायर ने 99.9998057 पर्सेंटाइल हासिल किया था। NTA अधिकारी ने कहा, "ज्वाइंट रैंक होल्डर्स का होना एक आदर्श स्थिति नहीं है। खासकर उन मेडिकल कॉलेजों के लिए जहां सीटें सीमित होती हैं।"
NEET UG नतीजों में उत्तर प्रदेश सबसे आगे
सभी श्रेणियों को मिलाकर राज्यवार सफल उम्मीदवारों की संख्या की बात करें तो NEET UG 2002 के नतीजों में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। इस बार NEET UG में उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक 1,17, 316 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया है। इसके बाद दूसरे नंबर महाराष्ट्र हैं जहां से 1,13,812 उम्मीदवार सफल घोषित किए गए। वहीं तीसरे नंबर पर राजस्थान है। इस राज्य से यह परीक्षा पास करन वाले उम्मीदवारों की संख्या 82,548 है।
मेडिकल कॉलेजों में किन-किन कोर्स के लिए कितनी सीटें हैं?
NEET UG के तहत चयनित उम्मीदवारों के लिए बैचलर ऑफ मेडिसिन ऐंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) की कुल 91,415 सीटें हैं। वहीं आयुष के विभिन्न कोर्स में एडमिशन के लिए कुल सीटों की संख्या 50,720 है, जबकि बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) कोर्स की कुल सीटों की संख्या 26,949 है। इसके अलावा वेटनरी साइंस या पशु चिकित्सा विज्ञान (BVSc) की कुल सीटों की संख्या 525 है।
ऐसे डाउनलोड करें NEET UG नतीजे
अगर आपने अब तक NEET UG के नतीजे नहीं देखे हैं तो सबसे पहले वेबसाइट www.neet.nta.nic.in पर जाएं। इसके बाद होम पेज पर आपको 'NEET Result 2022' लिंक दिखाई देगा। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद अपना एप्लिकेशन नंबर और अन्य जरूरी जानकारी दर्ज करें। इसके बाद सबमिट के बटन पर क्लिक करें। अब आप स्क्रीन पर NEET UG के नतीजे देख सकेंगे। भविष्य के संदर्भ के लिए अपना रिजल्ट डाउनलोड कर लें और इसका प्रिंटआउट निकालकर रख लें।