भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर ब्रिटेन ने की 75 छात्रवृत्तियों की घोषणा
भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ब्रिटिश सरकार ने भारतीय छात्रों को 75 छात्रवृत्तियां देने का ऐलान किया है। ये छात्रवृत्तियां सितंबर से प्रभावी होंगी और इसके लिए भारत के प्रमुख उद्यमियों से पार्टनरशिप की गई है। ये छात्रवृत्तिया छात्रों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएंगी। ब्रिटिश दूतावास ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि यह एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए दी जाने वाली अब तक की सबसे अधिक वित्त पोषित छात्रवृत्ति हैं।
ब्रिटेन के 150 विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने की मिलेगी सुविधा
ब्रिटिश दूतावास के मुताबिक, पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए एक साल की छात्रवृत्ति किसी भी ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में किसी भी विषय के लिए मिल सकती है। इसके अलावा भारत में स्थित ब्रिटिश काउंसिल साइंस, टेक्नालॉजी, इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स (STEM) विषयों में छात्राओं को 18 अतिरिक्त छात्रवृत्तियां दे रही है। इनके तहत ब्रिटेन के 150 विश्वविद्यालयों में 12,000 से ज्यादा कोर्स में एडमिशन मिल सकेगा। इसके अलावा ब्रिटिश काउंसिल छह छात्रवृत्ति भी प्रदान कराएगी जो अंग्रेजी विषय से जुड़ी होंगी।
75 में से 30 प्रतिशत छात्रवृत्तियां छोटे शहरों के छात्रों के लिए होंगी
लंदन में इंडिया ग्लोबल फोरम के UK-इंडिया वीक के दौरान बोलते हुए भारत में ब्रिटेन के राजदूत एलेक्स एलिस ने कहा, "भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर यह एक बहुत बड़ा मील का पत्थर है। उद्योग के हमारे भागीदारों के समर्थन के लिए धन्यवाद। भारतीय छात्रों के लिए ब्रिटेन में पढ़ाई के लिए मुझे 75 छात्रवृत्तियों की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।" उन्होंने कहा कि इन 75 में से 30 प्रतिशत छात्रवृत्तियां छोटे शहरों के लिए होंगी।
चेवेनिंग छात्रवृत्ति का सर्वाधिक लाभ भारत को
ब्रिटिश सरकार की चेवेनिंग छात्रवृत्ति योजना 1983 से 150 देशों में चल रही है। इसका मकसद वैश्विक नेतृत्व विकसित करना है। इसमें भारत का चेवेनिंग कार्यक्रम सबसे बड़ा है जिसके तहत अब तक 3,500 छात्र इसका लाभ उठा चुके हैं। बता दें कि पूर्ण वित्तपोषित छात्रवृत्ति के तहत छात्र के ट्यूशन, रहने और यात्रा जैसे खर्चों का वहन किया जाता है। इसमें चयन के लिए छात्र के पास दो साल के कार्य का अनुभव होना जरूरी है।
मार्च तक भारतीय छात्रों को 1,08,000 वीजा जारी कर चुका है ब्रिटेन
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मार्च, 2022 के अंत तक ब्रिटेन में भारतीय छात्रों को पढ़ाई के लिए 1,08,000 वीजा जारी किए जा चुके हैं और यह संख्या पिछले साल के मुकाबले लगभग दोगुनी बढ़ी है। उच्चायोग ने कहा कि HSBC, पियर्सन इंडिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा संस और डुओलिंगो जैसी कंपनियां भारत की आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए इस विशेष पहल में साथ दे रही हैं।