इस सप्ताह भारत आएंगे ब्रिटेन और रूस के विदेश मंत्री, यूक्रेन मुद्दे पर बातचीत होना तय
क्या है खबर?
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इसी सप्ताह संक्षिप्त यात्रा पर भारत आ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि चीन में अपनी बैठकें समाप्त करने के बाद लावरोव भारत पहुंचेंगे।
उनका यह दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब रूस और यूक्रेन के बीच एक महीने से अधिक समय से युद्ध जारी है। भारतीय नेताओं के साथ इस मुद्दे पर बातचीत होना तय माना जा रहा है।
उसी दिन ब्रिटिश विदेश मंत्री एलिजबेथ ट्रस भी भारत पहुंच रही हैं।
कार्यक्रम
एस जयशंकर से मिलेंगे लावरोव
30 और 31 मार्च को चीन में हो रही अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के बाद भारत आएंगे। यह चीन की तरफ से आयोजित हो रही तीसरी ऐसी बैठक है, जिसमें पाकिस्तान, ईरान, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधि हिस्सा लेगे।
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 31 मार्च को भारत पहुंचने के बाद लावरोव 1 अप्रैल को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक कर सकते हैं।
जानकारी
तय किए जा रहे हैं लावरोव की यात्रा के कार्यक्रम
लावरोव की यात्रा के एजेंडे और मुलाकातों को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है। हालांकि, यह तय है कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बातचीत में यूक्रेन का मुद्दा प्रमुखता से उठेगा।
बता दें कि भारत उन देशों में शामिल है, जिन्होंने यूक्रेन में रूस के आक्रमण की निंदा नहीं की है। संयुक्त राष्ट्र समेत अनेक मंचों पर भारत रूस के खिलाफ बोलने से बचा है। रूस ने भारत के इस रूख की सराहना की है।
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ये हो सकते हैं बातचीत के मुद्दे
दोनों देशों के विदेश मंत्री रक्षा और दूसरे सौदों के लिए वैकल्पिक भुगतान तंत्र पर बातचीत कर सकते हैं क्योंकि रूस इस वक्त अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की तरफ से लगाए कड़े प्रतिबंधों का सामना कर रहा है।
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम जैसे बड़े रक्षा सौदों के अलावा भारत रूस से कम कीमत पर तेल और दूसरे सामानों आयात करने पर भी विचार कर रहा है। बैठक के दौरान इस पर भी बात होनी तय मानी जा रही है।
भारत दौरा
यूक्रेन के लिए समर्थन जुटाने पहुंचेंगी ब्रिटिश मंत्री
ब्रिटिश विदेश मंत्री एलिजबेथ ट्रस भी 31 मार्च को भारत पहुंच रही हैं और वो भारतीय विदेश मंत्री के साथ साझा हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विकों मुद्दों पर बातचीत करेंगी।
माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान भी यूक्रेन का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहेगा। ब्रिटेन लगातार रूस के खिलाफ लड़ रहे यूक्रेन के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश में लगा हुआ है। ट्रस के दौरे को भी इसी कोशिश का हिस्सा समझा जा रहा है।
जानकारी
कई देशों के प्रतिनिधियों ने किया है भारत दौरा
बीते कुछ हफ्तों की बात करें तो ऑस्ट्रिया और यूनान के विदेश मंत्रियों के अलावा अमेरिका की राजनीतिक मामलों की उप मंत्री विक्टोरिया नूलैंड और कई अन्य पश्चिमी देशों के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भारत का दौरा कर चुके हैं।