UGC NET: जानिए जनसंचार और पत्रकारिता विषय में कौन-से टॉपिक हैं महत्वपूर्ण, कैसे करें तैयारी
अगर आप की मास्टर्स ऑफ आर्ट्स (MA) की पढ़ाई कर रहे हैं तो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) में शामिल हो सकते है। इस परीक्षा को पास करने के बाद आप किसी भी मीडिया विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर काम कर सकते हैं। जनसंचार और पत्रकारिता विषय से UGC NET की परीक्षा पास करना आसान है। आइए जानते हैं इस विषय का पाठ्यक्रम, महत्वपूर्ण टॉपिक और तैयारी के कुछ खास टिप्स।
मास कम्युनिकेशन का पाठ्यक्रम क्या है?
UGC NET के लिए जनसंचार के पाठ्यक्रम को 10 खंड़ों में बांटा गया है। खंड 1- पत्रकारिता और जनसंचार का परिचय खंड 2- विकास और सामाजिक परिवर्तन के लिए संचार खंड 3- रिपोर्टिंग और संपादन खंड 4- विज्ञापन और विपणन संचार खंड 5- जनसंपर्क और कार्पोरेट संचार खंड 6- मीडिया से संबंधित विधि और आचारनीति खंड 7- मीडिया प्रबंधन और प्रस्तुतिकरण खंड 8- आईसीटी और मीडिया खंड 9- फिल्म और दृश्य संचार खंड 10- संचार शोध
कौन-सी किताब पढ़ें?
उम्मीदवार रोजर डी विमर और जोसेफ आर डोमिनिक की मास मीडिया रिसर्च एक परिचय, वी एस गुप्ता की अंतरराष्ट्रीय संचार, रुचि गुप्ता की एडवरटाइजिंग थ्योरी एंड प्रैक्टिस, स्टेनली जे बरन और डेनिस के डेविस की मास कम्युनिकेशन थ्योरी, फाउंडेशन, फर्मेंट एंड फ्यूचर किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा अरिहंत, आर गुप्ता की जनसंचार और पत्रकारिता किताब पढ़ सकते हैं। उम्मीदवार पढ़ाई के लिए सरल भाषा वाली किताब चुनें ताकि जानकारियां सही तरीके से समझ आ सके।
कौन-से टॉपिक पढ़ें?
पत्रकारिता की संकल्पना, जनसंचार के सिद्धांत और मॉडल, मीडिया और संस्कृति, वैश्विक संचार प्रणाली का उद्भव, विभिन्न समाज सुधारतक (राजा राममोहन राय, बाल गंगाधर तिलक, पंड़ित मदन मोहन मालवीय आदि), डिजिटल मीडिया के लिए संपादन तकनीकें, विज्ञापन की परिभाषा, विज्ञापन प्रबंधन आदि टॉपिक जरूर पढें। इसके अलावा राज्य में जनसंपर्क का ढांचा, भारत का संविधान और इसका विकास, सूचना का अधिकार अधिनियम, मीडिया में निर्माण की तकनीकें, सोशल नेटवर्किंग, एनिमेशन, राष्ट्रीय सिनेमा, शोधविधियां आदि पर फोकस करें।
तैयारी के अन्य टिप्स
जनसंचार और पत्रकारिता से UGC NET की तैयारी करते समय महत्वपूर्ण टॉपिकों के नोट्स जरूर बनाएं। परीक्षा में सफलता के लिए रिवीजन सबसे ज्यादा जरूरी है। पिछले साल के प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट हल करके समय प्रबंधन मजबूत करें। अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान करें और कठिन टॉपिक्स को ज्यादा से ज्यादा बार पढ़ें। पाठ्यक्रम की अधिकांश चीजें प्रैक्टिकल काम से संबंधित हैं, अगर आप किसी मीडिया हाउस में काम करते हैं तो तैयारी में फायदा होगा।