बोर्ड परीक्षा 2020: बच्चों को तनाव से दूर रखने के लिए माता-पिता अपनाएं ये टिप्स
बोर्ड परीक्षाओं के नंबर के आधार पर ही छात्रों को अच्छे कॉलेजों में प्रवेश मिलता है। बोर्ड परीक्षा 2020 का आयोजन फरवरी-मार्च में किया जाएगा। परीक्षा का समय पास आ गया है, जिससे छात्रों के साथ-साथ उनके माता-पिता में भी तनाव बढ़ जाता है। माता-पिता को ध्यान रखना चाहिए कि वे कुछ ऐसा न करें, जिससे उनका और उनके बच्चों का तनाव बढ़ जाए। हमने इस लेख में तनाव को दूर रखने के लिए कुछ टिप्स दी हैं।
अधिक अपेक्षाएं न रखें
माता-पिता को अपने बच्चों से ज्यादा अपेक्षाएं नहीं रखनी चाहिए। उन्हें बच्चों को उनके अनुसार काम करने देना चाहिए। अधिक अपेक्षाएं रखने के कारण आप और आपका बच्चा दोनों अधिक तनाव में आ जाते हैं। इसलिए बच्चों से अच्छे नंबर या रिजल्ट को लेकर अपेक्षाएं न रखें। अपेक्षाएं रखने पर वे आपकी अपेक्षाओं को पूरा करने के बारे में सोचने लगते हैं और तनाव में आ जाते हैं। जिससे कि वे जितना कर सकते हैं, वो भी नहीं पाते हैं।
रिजल्ट से ज्यादा उनके प्रयास पर ध्यान दें
माता-पिता को बच्चे के रिजल्ट से ज्यादा उनके प्रयासों पर ध्यान देना चाहिए। अगर आप उनके हार्ड वर्क पर ध्यान देंगे और उनसे रिजल्ट के बारे में बात नहीं करेंगे, तो वे तनाव से दूर रहेंगे और अपने आप ही परीक्षा में अच्छा प्रर्दशन करेंगे।
अपने बच्चों का स्पोर्ट करें
माता-पिता को अपने बच्चों को स्पोर्ट करना चाहिए। उन्हें हर समय बच्चे पर पढ़ने के लिए दबाव नहीं डालना चाहिए। आपको खुद अपने बच्चे से ब्रैक लेकर पढ़ने के लिए कहना चाहिए। आपको उन्हें खेलने और कुछ देर के लिए टीवी देखने के लिए भी कहना चाहिए। इससे वे आराम से पढ़ाई करेंगे और इससे उनका मूड भी फ्रेस रहेगा। जब बच्चों का दिमाग अच्छा रहेगा तो वे अच्छे से पढ़ाई कर पाएंगे और तनाव से दूर रहेंगे।
उनसे बात करें और उनका ध्यान रखें
माता-पिता को अपने बच्चों से बात करनी चाहिए। उन्हें देखना चाहिए कि वे परीक्षा के लिए क्या सोच रहे हैं या उन्हें क्या परेशानी है। उन्हें ध्यान देना चाहिए कि कहीं उनका बच्चा तनाव में तो नहीं है। पहले वे खुद अपने बच्चे से बात करें और उसकी परेशानी समझें। अगर आप उसकी परेशानी नहीं समझ पा रहे हैं तो आप एजुकेशन काउंसलर के पास भी जा सकते हैं।
दूसरों से तुलना न करें
माता-पिता को बच्चे की तुलना किसी दूसरे से नहीं करनी चाहिए। उन्हें बच्चे को इस दबाव में नहीं डालना चाहिए कि जितने नंबर उसके बड़े भाई-बहन, दोस्त या रिशतेदार के आए हैं, उतने ही नंबर वो भी लाए। इससे वो अधिक तनाव में आ जाएगा।