सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की NEET PG 2022 टालने की याचिका, छात्रों को बड़ा झटका
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर पोस्ट ग्रेजुएशन (NEET PG) की तैयारी कर रहे छात्रों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने NEET PG 2022 टालने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि परीक्षा में देरी करने से इसकी तैयारी कर रहे दो लाख छात्र प्रभावित होंगे और अस्पताल में डॉक्टरों की कमी हो जाएगी। कोर्ट ने कहा कि मरीजों की देखभाल सर्वोपरि है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
फैसला सुनाते हुए जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा, "शैक्षणिक कार्यक्रम पहले ही चार महीने लेट हो चुका है... याचिकाकर्ताओं और ऐसे ही डॉक्टर्स ने NEET PG 2021 की काउंसलिंग में हिस्सा लिया था। उन्हें NEET PG 2022 के लिए आवेदन करने से नहीं रोका गया... 2.06 लाख डॉक्टर्स ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। कोर्ट को ध्यान में रखना होगा कि छात्रों के एक बड़े समूह और मरीजों की जरूरत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।"
क्यों NEET PG को टालने की मांग कर रहे थे छात्र?
NEET PG टालने की मांग कर रहे छात्रों ने इसके लिए परीक्षा की तारीख के NEET PG 2021 की काउंसलिंग की तारीखों से टकराव का हवाला दिया है। NEET PG 2021 की काउंसलिंग 9 मई को खत्म हुई, वहीं NEET PG 2022 की परीक्षा 21 मई को होगी। पिछले साल की परीक्षा में निचली रैंकिंग प्राप्त करने वाले छात्रों को अंतिम राउंड की काउंसलिंग तक इंतजार करना पड़ा और उनके पास तैयारी के लिए बेहद कम समय बचा है।
अपनी मांग को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी कर चुके हैं छात्र
NEET PG को टालने की अपनी मांग को लेकर छात्रों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी किया था। इस दौरान हैदराबाद के एक छात्र डॉ उदय रेड्डी ने कहा था, "नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) के काम और प्रयासों की कमी के कारण छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और वे सही चुनाव करने की दुविधा में हैं कि उन्हें काउंसलिंग में शामिल होना चाहिए या परीक्षा में।"
छात्रों ने प्रधानमंत्री को भी लिखा था पत्र
इसके अलावा छात्रों ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था, "हम 15,000 अभ्यर्थी NEET PG के उन ज्यादातर अभ्यर्थियों की ओर से लिख रहे हैं जो फिलहाल चल रही 2021 की काउंसलिंग और 21 मई को प्रस्तावित NEET PG के कारण परेशान हो रहे हैं। हम आपको इन अभ्यर्थियों की इस तकलीफ से वाकिफ कराना चाहते हैं।" पत्र में प्रधानमंत्री से मामले में दखल देने की अपील की गई थी।