कभी सड़कों पर चाय बेचने वाले हिमांशु गुप्ता बनें IAS अधिकारी, जानें कैसे मिली सफलता
क्या है खबर?
किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अगर इंसान पूरी मेहनत और लगन से तैयारी करे तो उसे वह लक्ष्य जरूर प्राप्त होता है।
इसका उदाहरण हैं हिंमांशु गुप्ता जो कभी अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए चाय बेचते थे और आज वह संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा पास करके IAS अधिकारी बन गए हैं।
आइए जानते हैं उनकी इस सफलता की कहानी के बारे में।
परिचय
कौन हैं हिमांशु गुप्ता?
हिमांशु का जन्म उत्तराखंड के सितारगंज में 14 अप्रैल, 1994 को हुआ था। उनके पिता संतोष गुप्ता दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार पालते थे।
आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण हिमांशु का बचपन आम बच्चों से बिल्कुल ही अलग था और उन्होंने अपना बचपन अत्यधिक गरीबी में बिताया।
वर्तमान में हिमांशु का परिवार उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के सिरौली में रहता है। उनके पिता ने भी यहां अपना कारोबार शुरू कर दिया है।
चाय
पिता के साथ ठेले पर चाय बेचते थे हिमांशु
अपने परिवार की खराब स्थिति को देखने के बाद हिमांशु के पिता ने चाय की दुकान शुरू करने का फैसला किया। जब हिमांशु 12 साल के थे, तब उनके पिता ने ठेले पर चाय बेचने का काम शुरू किया था।
पिता के साथ-साथ हिमांशु भी स्कूल के बाद ठेले पर चाय बेचा करते थे। लेकिन जब उनका काम सही नहीं चला तो 2005 में बरेली के सिरौली आने के बाद उनके पिता ने यहां पर एक जनरल स्टोर खोल लिया।
पढ़ाई
35 किलोमीटर दूर पढ़ने जाते थे हिमांशु
हिमांशु बताते हैं कि कक्षा 10 तक उन्होंने हिंदी माध्यम से पढ़ाई की और इसके बाद कक्षा 12 तक वो अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़े।
उन्होंने बताया कि अंग्रेजी माध्यम का निकटतम स्कूल 35 किलोमीटर दूर था और वह हर दिन 70 किलोमीटर की यात्रा करते थे।
हिमांशु आगे की पढ़ाई के लिए 2011 में दिल्ली आए। दिल्ली से ही उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और फिर ग्वालियर स्थित जीवाजी यूनिवर्सिटी से MPhil किया।
IAS अधिकारी
2020 में IAS अधिकारी बने हिमांशु
हिमांशु ने 2016 में UPSC की ओर रुख करने का फैसला किया और 2018 में पहली बार UPSC की परीक्षा दी। इसमें वह पास हो गए, लेकिन उनका चयन भारतीय रेलवे यातायात सेवा (IRTS) के लिए हुआ।
इसके बाद भी उन्होंने तैयारी जारी रखी और 2019 में उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए हुआ।
2020 में अपने तीसरे प्रयास में वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल हो गए।
सफलता
हिमांशु ने सेल्फ स्टडी की बदौलत हासिल की सफलता
हिमांशु बताते हैं कि उन्होंने सेल्फ स्टडी की बदौलत UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है।
उन्होंने कहा कि UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने इंटरनेट का सहारा लिया और डिजिटल तरीके से मॉक टेस्ट दिए।
हिमांशु के अनुसार, उन्हें इंटरनेट पर जो भी स्टडी मैटेरियल मिलता था, वह उसकी हार्ड कॉपी निकाल लेते थे और फिर उससे पढ़ाई करते थे।
अंत में अपनी मेहनत के दम पर वो IAS अधिकारी बनने में कामयाब रहे।