लॉकडाउन: उत्तर प्रदेश में व्हाट्सऐप के माध्यम से होगा नई क्लास में एडमिशन
उत्तर प्रदेश सरकार ने छात्रों को नई क्लास में एडमिशन लेने में हो रही परेशानियों को दूर करने का नया और अनोखा तरीका निकाला है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब व्हाट्सऐप के माध्यम से छात्रों को एडमिशन देने जा रही है। इस पहल को उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग से अनुमति भी मिल गई है। कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में घर से बाहर निकलकर एडमिशन कराना मुश्किल है।
व्हाट्सऐप पर भेजें पूरी जानकारी
छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को भी एडमिशन के लिए चिंता सता रही थी। सरकार की इस पहल से अब वे घर बैठे-बैठे ही आसानी से अपने बच्चों का एडमिशन नई क्लास में करा सकते हैं। पिछली क्लास में पास होने वाले छात्रों को अगली क्लास में एडमिशन देने के लिए स्कूल मैनेजमेंट प्रधानाचार्य और शिक्षकों के मोबाइल नंबर जारी कर सकते हैं। छात्र या अभिभावक व्हाट्सऐप पर पूरी जानकारी देकर प्रोविजनल तौर पर एडमिशन करा सकते हैं।
छात्रों को बिना परीक्षा ही भेजा गया अगली क्लास में
कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए मध्य मार्च से स्कूल बंद हैं। जिस कारण अंतिम परीक्षाओं का आयोजन नहीं किया जा सका। इसी वजह से पहले ही पहली क्लास से लेकर 8वीं तक के छात्रों को बिना किसी परीक्षा के ही अगली क्लास में भेजने का फैसला लिया गया था। अभी व्हाट्सऐप के माध्यम से एडमिशन लेने के बाद जुलाई में स्कूल मैनेजमेंट कागजी कार्रवाई कर उस पर मुहर लगा सकता है।
व्हाट्सऐप के माध्यम से चल रही छात्रों की क्लास
उत्तर प्रदेश सरकार लॉकडाउन के दौरान व्हाट्सऐप के माध्यम से ऑनलाइन क्लासेज चला रही है। नए सत्र के लिए क्लासेज शिक्षकों और छात्रों के लिए बनाए गए व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से चल रही हैं। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार , कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, गुजरात, जम्मू और कश्मीर में भी DD के माध्यम से क्लासेज लगाकर छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। इससे छात्रों को घर बैठे-बैठे पढ़ाई करने में मदद मिल रही है।
कब जारी होगा बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट?
स्कूल बंद होने से पहले ही उत्तर प्रदेश 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन हो चुका था। 55 लाख से ज्यादा छात्र बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिजल्ट जून के पहले सप्ताह में जारी किया जा सकता है।