उत्तर प्रदेश: पति से झगड़े के बाद महिला ने पांच बच्चों को गंगा नदी में फेंका
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस के कारण चल रहे लॉकडाउन से लोग घरों में ही कैद है। इस दौरान घरेलू झगड़े भी सामने आ रहे हैं।
रविवार को उत्तर प्रदेश में भदोही जिले के जहांगीराबाद गांव में भी पति-पत्नी के बीच हुए विवाद ने बड़ा रूप ले लिया।
झगड़े के बाद गुस्साई पत्नी अपने पांच बच्चों को लेकर गंगा नदी के किनारे पहुंच गई। इसके बाद उसने अपने बच्चों को नदी में फेंक दिया। इससे सभी की मौत हो गई।
हिरासत
पुलिस ने आरोपी मां को हिरासत में लिया
पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बताया कि मृतक बच्चों में वंदना (12), रंजना (10), शिवशंकर (8), पूजा (6) और संदीप (5) हैं।
उन्होंने बताया कि बच्चों के पिता मृदुल उर्फ मुन्ना यादव की शिकायत के आधार पर आरोपी पत्नी मंजू (36) के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।
उन्होंने बताया कि आरोपी महिला से पूछताछ कर बच्चों को नदी में फेंके जाने के वास्तविक कराणों का पता लगाया जा रहा है।
प्रकरण
घर खर्च के पैसों को लेकर हुआ था पति-पत्नी में विवाद
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि मृदुल एक सर्राफा व्यापारी के यहां काम करता है। दो दिन पहले वह किसी काम से झारखंड गया था।
रविवार को घर पहुंचने पर पत्नी मंजू से घर खर्च को लेकर झगड़ा हो गया। मंजू गुस्से में अपने पांचों बच्चों को लेकर गंगा नदी के किनारे पहुंच गई।
इस दौरान उसने सबसे पहले संदीप और पूजा को नदी में फेंका और बाद में अन्य तीन बच्चे उन्हें बचाने के लिए पानी में कूद गए।
बचाव
लोगों ने किया बचाने का प्रयास, लेकिन नहीं मिली सफलता
पांचों बच्चों के नदी में गिरने के बाद लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक वह गहरे पानी में समा चुके थे।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया। इस दौरान काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने दो लड़कियों के शव तो बरामद कर लिया, लेकिन दो लड़के व एक लड़की का शव नहीं मिला है।
शव को निकालने का काम जारी है। घटना को लेकर हर कोई स्तब्ध है।
जानकारी
मंजू ने कही झगड़े को लेकर खौफनाक कदम उठाने की बात
आरोपी मंजू ने बताया कि घर खर्च को लेकर आए दिन मृदुल से झगड़ा होता रहता था। उसने बताया कि घर में कमाई इतनी नहीं थी कि पांचों बच्चों का पेट पाला जा सके। ऐसे में उसने झगड़े से तंग आकर यह कदम उठाया है।
अफवाह
जिला कलक्टर ने अफवाह फैलाने पर जताई नाराजगी
घटना के बाद क्षेत्र में अफवाह फैल गई थी कि लॉकडाउन के कारण घर में राशन सामग्री नहीं थीं। ऐसे में महिला ने खौफनाक कदम उठाया है।
जांच में सामने आया कि उनके घर में पर्याप्त राशन था और खाना भी बना हुआ था।
मामले में जिला कलक्टर राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि महिला ने लॉकडाउन के कारण यह कदम नहीं उठाया है। इसको लेकर अफवाह फैलाना गलत है। उन्होंने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
जानकारी
लॉकडाउन में बढ़े घरेलू झगड़ों के मामले
देश में चल रहे लॉकडाउन के कारण घरेलू झगड़ों के मामले बढ़ रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के अनुसार 23 मार्च से 10 अप्रैल तक महिलाओं से संबंधित कुल 370 शिकायतें प्राप्त हुईं हैं। इनमें से 123 शिकायतें घरेलू हिंसा की हैं।