NEET टॉपर्स ने कैसे हासिल किए 100 प्रतिशत अंक? जानिए उन्हीं की जुबानी
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) का परिणाम जारी कर दिया गया है। इसमें 11 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की। परीक्षा में तमिलनाडु के प्रबंजन जे और आंध्र प्रदेश के बोरा वरुण चक्रवर्ती ने 100 प्रतिशत अंक लाकर टॉप किया है। दोनों ने ही 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं। उनकी इस सफलता से परिवार में हर्ष का माहौल है। आइए जानते हैं परीक्षा में टॉप करने के लिए सफल अभ्यर्थियों ने कैसे पढ़ाई की।
प्रबंजन ने 12वीं में भी हासिल किए थे अव्वल अंक
प्रबंजन तमिलनाडु के विल्लुपुरम के रहने वाले हैं। उनके माता-पिता सरकारी शिक्षक हैं। प्रबंजन ने तमिलनाडु राज्य बोर्ड से 10वीं पास की। इसके बाद कक्षा 11 और कक्षा 12 के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (CBSE) से पंजीकृत स्कूल में दाखिला लिया। स्कूल के साथ ही उन्होंने NEET की कोचिंग भी की। प्रबंजन पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहे। उन्होंने 12वीं में 463 अंक हासिल किए थे। स्कूल के साथ NEET की तैयारी लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की थी।
प्रबंजन ने बताया अपनी सफलता का राज
प्रबंजन ने बताया "लोग NEET को कठिन मानते हैं, लेकिन मैंने अभ्यास के साथ इसे सरल बनाया है। मैंने लगातार NEET पैटर्न के प्रश्नों को हल किया। इससे मुझे उत्कृष्ट स्कोर हासिल करने में सफलता मिली।" उन्होंने अपने माता-पिता और शिक्षकों को अपनी सफलता का श्रेय दिया है। उन्होंने भावी अभ्यर्थियों की सलाह दी है कि प्रतिदिन जो भी पढ़ें उसका रिवीजन करें और ज्यादा से ज्यादा सवालों का अभ्यास करें।इससे प्रदर्शन में सुधार होगा।
वरुण ने ग्रुप स्टडी करके पाई सफलता
बोरा वरुण चक्रवर्ती आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के रहने वाले हैं। वरुण ने 20 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को पीछे छोड़ देशभर में पहली रैंक हासिल की है। वरुण बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे। उन्होंने बताया "मैंने अच्छे छात्रों के साथ एक ग्रुप बनाया। ग्रुप स्टडी में हम प्रतिदिन टॉपिक्स पर चर्चा करते थे और एक दूसरे को प्रेरित करते थे।" उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिवार और शिक्षकों को दिया है।
715 अंक लाने वाले ध्रुव ने ऐसे की पढ़ाई
कर्नाटक के रहने वाले ध्रुव आडवानी ने NEET परीक्षा में 715 अंक हासिल किए हैं। जीव विज्ञान के लिए उनका रूझान कक्षा 5 में पनपा था, लेकिन कोरोना के दौरान डॉक्टरों की भूमिका से वो काफी प्रेरित हुए। उन्होंने आगे कहा "मैंने पढ़ाई के लिए कोई मुश्किल शेड्यूल नहीं बनाया। मैं परीक्षा के अनुसार पढ़ाई करता था। अगर कोई अवधारणा समझ नहीं आती थी तो उसका ज्यादा अध्ययन करता था।" उन्होंने 12वीं में भी 99.4 प्रतिशत अंक हासिल किए थे।