तमिलनाडु: चेन्नई में NEET में फेल होने के बाद 19 वर्षीय छात्रा ने की आत्महत्या
क्या है खबर?
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में डॉक्टर बनने की ख्वाहिश रखने वाली एक 19 वर्षीय छात्रा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
छात्रा बुधवार को जारी हुए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर ग्रेजुएशन (NEET UG) के नतीजों में फेल हो गई थी और इसी कारण नतीजों के कुछ घंटे बाद उसने यह कदम उठाया।
पूरा मामला अम्बत्तूर इलाके का है। छात्रा का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है।
मामला
डर और डिप्रेशन है आत्महत्या का कारण
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने बुधवार को NEET परीक्षा का रिजल्ट जारी किया था, जिसमें अम्बत्तूर की रहने वाली 19 वर्षीय छात्रा फेल हो गई थी।
डर और डिप्रेशन के कारण छात्रा ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। घटना के बारे में पता चलते ही परिजन छात्रा को केएमसी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी
राहुल गांधी ने लड़की के परिवार से मुलाकात की
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आत्महत्या करने वाली बच्ची के परिजनों से मुलाकात की। परिवार के सदस्यों ने राहुल को परीक्षा से संबंधित कठिनाइयों के बारे में बताया और उनसे NEET को समाप्त करने की मांग की।
अन्य मामला
राज्य में पहले भी कई छात्र कर चुके हैं आत्महत्या
राज्य में पहले भी NEET के कारण कुछ छात्रों ने आत्महत्या की है। अरियालुर में परीक्षा से एक दिन पहले लड़की ने आत्महत्या की थी। उसके सुसाइड नोट में लिखा था कि परीक्षा में फेल होने के डर से उसने यह कदम उठाया है।
इसके अलावा जुलाई में एक 18 वर्षीय लड़के ने भी आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में लिखा कि उसे NEET बहुत कठिन लग रहा था और वह अच्छे अंक हासिल करने में असमर्थ था।
अन्य मामला
तीसरी बार परीक्षा में फेल होने के डर से छात्रा ने की थी आत्महत्या
हाल ही में तमिलनाडु के तेनकासी के सुरंदई इलाके में 1 सितंबर को सुबह लगभग 11:30 बजे 21 साल की छात्रा ने NEET में फेल होने के डर से अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने तीसरी बार ये परीक्षा दी थी और पहले दो प्रयास में वह असफल रही थी।
परिजनों के अनुसार, छात्रा को डर था कि वह तीसरी बार भी फेल हो जाएगी, इसलिए उसने ये कदम उठाया।
आंकड़े
इस बार NEET में कितने उम्मीदवारों को मिली सफलता?
NTA के मुताबिक, 17 जुलाई को आयोजित हुए NEET में इस बार 17.64 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे जिसमें से 9.93 लाख छात्रों को सफलता मिली।
वहीं तमिलनाडु से कुल 1.32 लाख उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए जिनमें से केवल 67,787 सफल हुए।
बता दें कि 2017 में NEET अनिवार्य होने से पहले छात्रों को 12वीं कक्षा के अंकों और राज्यस्तर की प्रवेश परीक्षा के अंकों को जोड़कर उनके आधार पर प्रवेश दिया जाता था।
छात्रों की आत्महत्या
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में देश में 13,089 छात्रों ने आत्महत्या की थी। इसका मतलब देश में हर रोज औसतन 35 छात्र आत्महत्या करते हैं।
कोरोना वायरस महामारी, अचानक से बदली परिस्थितियां, पढ़ाई में आ रही चुनौतियों के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक कारणों को आत्महत्याओं में बढ़ोतरी की वजह माना गया था।
आत्महत्या करने वाले छात्रों में से 40 प्रतिशत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के थे।