NEET में नहीं मिली सफलता या रैंक बेकार है तो ये मेडिकल कोर्स करके बनाएं करियर
क्या है खबर?
मेडिकल के ग्रेजुएशन कोर्सेज में एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के नतीजे हाल ही में जारी हुए, जिसमें 17.64 लाख उम्मीदवारों में से 9.93 लाख को सफलता मिली।
इस परीक्षा में जिनको सफलता नहीं मिली या जिनकी रैंक अच्छी नहीं आई है उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने के कई विकल्प हैं।
आइए उनके बारे में जानते हैं।
#1
बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग
बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (BSc नर्सिंग) चार साल का ग्रेजुएशन कोर्स है।
नर्सिंग लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र के साथ काम करने, जरूरतमंद लोगों की मदद करने और उनकी सेवा करने का अवसर प्रदान करती है।
BSc नर्सिंग कोर्स के लिए कुछ मेडिकल कॉलेज NEET स्कोर के आधार पर भी एडमिशन देते हैं, जबकि कुछ खुद की प्रवेश प्रक्रिया अपनाते हैं।
यह कोर्स करने के बाद आपको तीन से आठ लाख रुपये तक का शुरूआती सालाना पैकेज मिल सकता है।
#2
बैचलर ऑफ फार्मेसी
बैचलर ऑफ फार्मेसी (BPharm) कोर्स पूरा करने के लिए छात्रों को चार साल तक पढ़ाई करनी होगी।
विभिन्न रोगों में लाभ पहुंचा सकने वाली दवाओं की खोज या दवाओं के अधिक विकास में रुचि रखने वाले लोग फार्मेसी क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।
यह कोर्स करने के बाद आप फार्मासिस्ट बन सकते हैं और इसके लिए आपको दो से पांच लाख रुपये तक का सालाना पैकेज मिल सकता है।
इसके बाद आप अपना मेडिकल स्टोर भी खोल सकते हैं।
#3
बैचलर ऑफ साइंस इन बायोटेक्नोलॉजी
बैचलर ऑफ साइंस इन बायोटेक्नोलॉजी (BSc बायोटेक्नोलॉजी) तीन वर्ष का ग्रेजुएशन कोर्स है।
बायोटेक्नोलॉजी, बायोलॉजी और टेक्नोलॉजी का मिश्रण होता है और इसमें जैविक पौधों और जीव-जंतुओं पर प्रयोग करके नए प्रोडक्ट्स का विकास किया जाता है।
बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है और बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए रोजगार के अवसरों की कोई कमी नहीं है।
यह कोर्स करके उम्मीदवार शुरुआत में तीन से सात लाख रुपये तक प्रतिवर्ष कमा सकते हैं।
#4
बैचलर ऑफ साइंस इन जेनेटिक्स
बैचलर ऑफ साइंस इन जेनेटिक्स (BSc जेनेटिक्स) तीन वर्ष का कोर्स है।
जेनेटिक्स (आनुवंशिकी) जीव विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत आनुवंशिकता (हेरेडिटी) और जीवों की विभिन्नताओं (वैरिएशन) का अध्ययन किया जाता है।
BSc जेनेटिक्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको 5-7 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक का पैकेज मिल सकता है। अनुभव होने के साथ-साथ इस क्षेत्र में आपका सालाना पैकेज बढ़ता जाएगा।
#5
बैचलर आफ साइंस इन माइक्रोबायोलॉजी
बैचलर आफ साइंस इन माइक्रोबायोलॉजी (BSc इन माइक्रोबायोलॉजी) तीन साल का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है।
यह कोर्स माइक्रोऑर्गेनिस्म के गुणों और मानव शरीर पर उनके प्रभाव के बारे में शिक्षा प्रदान करता है।
इस कोर्स के बाद छात्र के पास माइक्रोऑर्गेनिस्म की बढ़त और उनके असर से संबंधित रिसर्च में करियर बनाने का अच्छा अवसर मिलता है।
BSc माइक्रोबायोलॉजी करने का बाद आपका शुरूआती सालाना पैकेज तीन से छह लाख रुपये तक हो सकता है।