रिज्युमे बनाते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, हाथ से निकल सकती है नौकरी
अगर आप अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो उसके लिए आपको अच्छा रिज्यूमे बनाने की जरूरत है। आप नौकरी के लिए योग्य हैं या नहीं, इसका फैसला कई बार रिज्यूमे से ही होता है। कुछ लोग रिज्युमे तो भेजते हैं, लेकिन उन्हें इंटरव्यू के लिए नहीं बुलाया जाता। इसकी वजह आपके रिज्यूमे की गलतियां भी हो सकती हैं। आइए अब जानते हैं कि रिज्यूमे बनाते समय आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
रिज्यूमे में बहुत अधिक टेक्स्ट का होना
रिज्यूमे बनाते समय ध्यान रखें कि यह टेक्स्ट से भरा हुआ नहीं दिखना चाहिए। इसमें उचित मात्रा में खाली जगह भी होनी चाहिए। बहुत ज्यादा टेक्स्ट रिज्यूमे के आकर्षण को कम कर देता है और यह साफ-सुथरा नहीं दिखता। इस दौरान यह भी ध्यान रखें कि अगर आप अपना रिज्यूमे प्रिंटआउट करवाकर जमा कर रहे हैं तो इसके पेपर की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए और प्रिंट साफ होना चाहिए।
व्याकरण की गलतियां
2013 के करियर बिल्डर सर्वे की रिपोर्ट से सामने आया था कि 58 प्रतिशत कंपनियां रिज्यूमे में टाइपिंग की गलतियों या व्याकरण की गलती की वजह से उम्मीदवार के आवेदन को स्वीकार नहीं करते हैं। ऐसी गलतियां रिज्यूमे में होने पर यह पता चलता है कि अगर आप अपना रिज्यूमे भेजने से पहले उसे पढ़ भी नहीं रहे तो आपको नौकरी में पर्याप्त दिलचस्पी नहीं है। इसलिए अपने रिज्यूमे में व्याकरण या वर्तनी की गलती करने से आपको बचना चाहिए।
रिज्यूमे का दो से अधिक पेज का होना
आपको कोशिश करनी चाहिए कि आपका रिज्यूमे सिर्फ एक से दो पेज का ही हो। अगर आपको एक पेज में सभी जानकारियां लिखने में समस्या हो रही है तो पहले पेज का मार्जिन कम करें, इसके बाद फॉन्ट साइज कम करें। ध्यान रहे कि फॉन्ट साइज सभी शब्दों का एक बराबर हो ताकि यह दिखने में अटपटा न लगे। रिज्यूमे में आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप उसमें अंडरलाइन, ग्राफिक्स या बॉर्डर का उपयोग न करें और इसे साधारण रखें।
नौकरी से जुड़ी योग्यता की जानकारी न देना
रिज्यूमे बनाते समय आपको अपने बारे में बहुत अधिक लिखने की जरूरत नहीं है। जिस नौकरी के लिए आप आवेदन कर रहे हों उससे जुड़ी ही बातें लिखना बेहतर रहेगा। अगर आपको उस नौकरी से जुड़ा कोई अनुभव है तो उसके बारे में लिखें। इसके अलावा अपने लक्ष्य, काम और स्किल्स को लेकर क्लियर और कॉन्फिडेंट रहें। रिज्यूमे में कुछ भी ऐसा न लिखें जो मैनेजर को आपके भ्रमित होने या कुछ भी न जानने का संकेत दे।
अचीवमेंट शामिल न करना
नौकरी देने वाले जो बाद आपके रिज्यूमे में तलाशते हैं, वह यह कि आप कंपनी को क्या दे सकते हैं। इसलिए रिज्यूमे में अपने अचीवमेंट (कामयाबी) जरूर शामिल करें। इसके साथ ही यह भी कि आपकी वजह से आपकी पुरानी या मौजूदा कंपनी को क्या और कितना फायदा मिला। अधिकतर उम्मीदवार अपने रिज्यूमे में अपनी अचीवमेंट लिखना भूल जाते हैं जिससे किसी नौकरी के लिए उनकी उम्मीदवारी कमजोर हो जाती है।