लक्ष्य के प्रति नहीं रह पाते गंभीर तो इन कारणों पर दें ध्यान
क्या है खबर?
जीवन के किसी भी पड़ाव में लक्ष्य के बारे में सोचना आसान है, लेकिन उसे पूरा करने के लिए कार्य योजना विकसित करना और गंभीर बने रहना कठिन है।
कई छात्र इस समस्या का सामना करते हैं। वे जानते हैं कि लक्ष्य को हासिल करना महत्वपूर्ण है, लेकिन फिर भी वे इस दिशा में कार्य नहीं करते और अन्य छात्रों से पीछे रह जाते हैं।
आइए लक्ष्य के प्रति गंभीर न होने के कारणों को जानते हैं।
#1
अपरिभाषित लक्ष्य
कई छात्र अपरिभाषित या अवास्तविक लक्ष्य बना लेते हैं। इसकी वजह से वे पूरे समय संदेह में घिरे रहते हैं।
ऐसे में ये समझे कि आप सही प्रकार के लक्ष्य चुन रहे हैं या नहीं।
अगर आपने ऐसा लक्ष्य चुना है जो आपके जीवन परिस्थितियों के अनुरूप नहीं है, बहुत बड़ा है या जिसमें सफलता अप्रत्याशित है तो आपको अपने फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए।
एक साथ कई सारे लक्ष्य रखने की जगह किसी एक लक्ष्य को प्राथमिकता दें।
#2
खराब योजना
लगभग हर लक्ष्य को पूरा करने के लिए छोटी या बड़ी योजना की जरूरत होती है।
अगर आप केवल A से B बिंदु तक पहुंचने की योजना बनाएंगे तो लक्ष्य के प्रति गंभीर नहीं रह पाएंगे।
ध्यान रखें कि लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में बहुत सी मुश्किले आती हैं। ऐसे में आपको सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए योजना बनानी चाहिए।
अगर आप लक्ष्य मार्ग में आने वाली चुनौतियों से परिचित रहेंगे तो उनका मजबूती से सामना कर पाएंगे।
#3
असफलता का डर
कई छात्र असफलता के डर से घिरे होते हैं, ये डर उन्हें आगे बढ़ने से रोकता है।
ध्यान रखें कि जोखिम लेने से बचना जीवन जीने का कोई तरीका नहीं है।
अगर आपको आगे बढ़ना है तो जोखिम लेना ही होगा। किसी भी कार्य को करते समय उसमें आने वाली चुनौतियों के बारे में ज्यादा न सोचें।
केवल अंतिम परिणाम के बारे में सोचें और लक्ष्य तक पहुंचने की जीत को महसूस करें।
#4
उद्देश्य का न होना
किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए 'क्यों' का जबाव होना जरूरी है।
आप किसी काम को क्यों कर रहे हैं, अगर आपके पास इसका जबाव है तो आप गंभीर बने रहेंगे।
लक्ष्य प्राप्ति का स्पष्ट उद्देश्य आपको कठिन परिस्थितियों में डटे रहने की अनुमति देता है।
अगर आप किसी कार्य को लेकर अनुशासित नहीं हो पा रहे हैं तो उस कार्य को करने के पीछे का उद्देश्य समझें। ये आपको लगातार प्रेरित रहने में मदद करेगा।
#5
समय सीमा निर्धारित न करना
किसी भी लक्ष्य को निर्धारित करते समय उसे पूरा करने की समय सीमा भी बनाएं।
अगर समय सीमा नहीं रहेगी तो आप लक्ष्य के प्रति गंभीर नहीं हो पाएंगे।
कई छात्र लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं, लेकिन कल से शुरूआत करने की बात कहकर काम को टाल देते हैं। आप ऐसा न करें, शुरुआत छोटे-छोटे कार्यों से करें और बाद में बड़े लक्ष्यों की ओर बढ़ें।
समय-समय पर अपनी तैयारी का मूल्यांकन करते रहना भी जरूरी है।