NEET की तैयारी के दौरान शैक्षणिक और व्यक्तिगत जीवन में ऐसे बनाएं संतुलन
क्या है खबर?
मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने के लिए छात्रों को एक चुनौतीपूर्ण यात्रा तय करनी पड़ती है।
खासकर स्नातक (UG) और स्नातकोत्तर (PG) कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) पास करना बेहद कठिन है।
परीक्षा तैयारी के दौरान उम्मीदवार मानसिक और शारीरिक तनाव का सामना करते हैं।
शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ स्वस्थ जीवन संतुलन बनाए रखना मुश्किल होता है।
आइए जानते हैं उम्मीदवार व्यक्तिगत और शैक्षणिक जीवन को कैसे सफलतापूर्वक संभाल सकते हैं।
#1
प्रभावी समय प्रबंधन है जरूरी
NEET उम्मीदवारों का शेड्यूल बेहद व्यस्त रहता है। इससे निपटने के लिए प्रभावी समय प्रबंधन करना जरूरी है।
एक अच्छी अध्ययन योजना बनाएं, इसमें पढ़ाई के लक्ष्यों को पूरा करने के साथ ब्रेक के लिए भी समय निर्धारित करें।
इस दिनचर्या को हमेशा अपनाएं और पढ़ाई में बिताए जाने वाले घंटों की संख्या सीमित करें।
ध्यान रखें कि अध्ययन के समय से ज्यादा अध्ययन की गुणवत्ता महत्वपूर्ण है। उम्मीदवार पढ़ाई के लिए पोमोडोरो तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
#2
यथार्थवादी लक्ष्य बनाएं
यथार्थवादी शैक्षणिक लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें। इससे आप कम तनाव महसूस करेंगे।
ऐसे लक्ष्य स्थापित करें जिन्हें प्राप्त करना आसान हो । अपनी प्रतिभा और कमजोरियों पर ध्यान दें।
पढ़ाई की शुरुआत में बड़े-बड़े लक्ष्य बनाने से बचें। इन्हें पूरा नहीं कर पाने पर तनाव की स्थिति बनती है।
शुरुआत में एक दिन में 4 से 5 अध्याय पढ़ने का छोटा लक्ष्य ले सकते हैं। छोटे-छोटे लक्ष्यों को पूरा करने के बाद ही आप बड़े लक्ष्य हासिल कर सकेंगे।
#3
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
NEET में सफलता मजबूत शरीर और दिमाग पर निर्भर करती है। ऐसे में नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और पर्याप्त नींद को प्राथमिकता दें।
इससे आपको विस्तारित अध्ययन सत्रों के दौरान ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
अच्छा आहार लेने से आप तैयारी के दौरान ऊर्जावान रह सकेंगे और कम समय में ज्यादा पढ़ाई कर सकेंगे।
नियमित तौर पर ध्यान (मेडिटेशन) और व्यायाम करने से याद करने की क्षमता में सुधार होगा।
#4
सामाजिक समर्थन की तलाश करें
अलगाव के कारण बर्नआउट की स्थिति हो जाती है। ऐसे में तैयारी के दौरान अपने आप को अकेला न करें।
अपने दोस्तों और परिवार के साथ संपर्क में रहें। उन्हें अपनी चिंताओं के बारे में बताएं और भावानात्मक समर्थन प्राप्त करें।
अध्ययन में बोरियत से बचने के लिए सामाजिक समर्थन की तलाश करें।
ग्रुप में पढ़ाई करें, इससे कठिन अवधारणाओं को समझने में मदद मिलेगी और आप अलग-अलग दृष्टिकोण से परिचित हो सकेंगे।
जानकारी
स्मार्ट वर्क पर दें ध्यान
अनावश्यक मेहनत से बचें और स्मार्ट वर्क पर ध्यान दें। सक्रिय रूप से जानकारियां याद करें। नोट्स बनाने और मॉक टेस्ट हल करने से विषयों को लेकर आपकी समझ बढ़ेगी। इससे लंबे अध्ययन सत्रों की आवश्यकता कम हो सकती है।