हर साल कितनी खाली रह जाती हैं मेडिकल सीटें? सरकार ने साझा की जानकारी
क्या है खबर?
सरकार ने मेडिकल सीटों की संख्या और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि पिछले साल NEET UG परीक्षा के लिए 18 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया था। इसमें से केवल 17.64 लाख छात्र ही परीक्षा में शामिल हुए।
सीट
इतनी मेडिकल सीट रह जाती हैं खाली
केंद्रीय मंत्री पवार ने मेडिकल सीटों की संख्या पर पिछले 3 सालों के आंकड़े भी साझा किए।
उन्होनें बताया "साल 2020 में 83,275 सीटें खाली रह गई थीं। इसी तरह 2021 में 2,065 और 2022 में 96,077 सीटें खाली रही थी।"
प्रवेश प्रक्रिया में जटिलता को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि स्नातक और स्नातकोत्तर मेडिकल शिक्षा के नियमों में NEET स्कोर के माध्यम से सामान्य परामर्श आयोजित करने का प्रावधान है।
फॉर्म
बीते 3 सालों में कितने छात्रों ने दी परीक्षा?
केंद्रीय मंत्री पवार ने पिछले 3 सालों में कितने छात्रों ने NEET की परीक्षा दी, इसके आंकड़े भी प्रस्तुत किए।
उन्होंने बताया कि साल 2020 में NEET UG में कुल 15,97,435 छात्रों ने आवेदन किया था और इसमें से 13,66,945 छात्रों ने परीक्षा दी थी।
साल 2021 में आवेदन करने वाले 16,14,777 छात्रों में से 15,44,273 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए थे। इसी तरह साल 2022 में 18,72,343 छात्रों ने पंजीकरण कराया और 17,64,571 ने परीक्षा दी थी।
सीटें
वर्तमान में क्या है सीटें भरने की प्रक्रिया?
केंद्रीय मंत्री पवार के मुताबिक, भारत के उच्च मेडिकल शिक्षा संस्थानों में सीटें कॉमन काउंसलिंग प्रक्रिया से भरी जाती है।
काउंसलिंग स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की चिकित्सा परामर्श समिति (MCC) की ओर से आयोजित की जाती है। सीटें ऑनलाइन काउंसलिंग, अभ्यर्थियों की योग्यता और उनके द्वारा चुने गए विकल्पों के हिसाब से आवंटित की जाती है। ये पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन आयोजित होती है।
MCC सुपर स्पेशलिटी कोर्स की सभी सीटों के लिए कॉमन काउंसलिंग भी आयोजित करती है।
राज्य
राज्य कोटे के सीटों के लिए ये है प्रावधान
राज्य कोटे की सीट, अल्पसंख्यक संस्थानों और राज्य के निजी विश्वविद्यालयों से संबद्ध निजी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल सीटों की भर्ती भी काउंसलिंग के द्वारा की जाती है।
इन कॉलेजों के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया राज्य सरकार या उनके द्वारा बनाई गई अथॉरिटी करती है।
भारत में मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) NEET का आयोजन करती है।
स्नातक कोर्स के लिए NEET UG और स्नातकोत्तर कोर्स के लिए NEET PG की परीक्षा होती है।