हरियाणा में 1 मार्च से स्कूलों का समय बदला, अब एक घंटे ज्यादा चलेंगी कक्षाएं
हरियाणा में सभी सरकारी स्कूल अब 1 मार्च से एक घंटे ज्यादा खुलेंगे। 1 मार्च यानि मंगलवार से स्कूल सुबह 8 बजे लगेंगे और 02:30 बजे छुट्टी होगी। इससे पहले प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने पर छात्रों के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। विद्यालय शिक्षा निदेशालय (DSE) ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) और मौलिक शिक्षा अधिकारियों (DEEO) को लिखित आदेश जारी कर दिए हैं।
हरियाणा में 10 फरवरी से खुल चुके हैं सभी कक्षाओं के स्कूल
हरियाणा सरकार ने 1 फरवरी से कक्षा 10, 11 और 12 के लिए ऑफलाइन कक्षाएं शुरू कर दीं थी। इसके बाद राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट आता देख, शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने पहली से नौवीं कक्षा तक के स्कूल 10 फरवरी से खोलने का आदेश जारी कर दिया। बता दें कि कोरोना के मामलों में आए उछाल के बाद राज्य में जनवरी में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था।
10 मार्च से शुरू होंगी कक्षा 9 और 11 की परीक्षाएं
हरियाणा में कक्षा नौ और 11 की वार्षिक परीक्षाएं 10 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक चलेंगी। हालांकि, स्कूल अपने स्तर पर ही परीक्षाओं की डेटशीट तैयार कर सकते हैं। बता दें कि परीक्षाएं खत्म होने के तुरंत बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के आधार पर कराया जाएगा। निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और CBSE से संबद्ध सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य को निर्देश जारी कर दिया है।
15 मार्च से शुरू होंगी कक्षा 5 से 8 तक की परीक्षाएं
हरियाणा में कक्षा पांच से आठ तक की वार्षिक परीक्षाएं 15 से 27 मार्च तक होंगी। इसके बाद 31 मार्च को परीक्षा परिणाम आएगा और 1 अप्रैल से नया सत्र चलेगा। बता दें कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान और परीक्षण परिषद (SCERT) डेटशीट और प्रश्नपत्र तैयार कर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के साथ सीडी, सॉफ्ट कॉपी में साझा करेगी। वहीं, कक्षा एक से से चार की डेटशीट स्कूल खुद तैयार करेंगे।
रिटायर्ड अध्यापकों की सेवाओं पर तत्काल प्रभाव से लगी रोक
राजकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सितंबर में सुगम शिक्षा के अंतर्गत लगाए गए रिटायर्ड अध्यापकों की सेवाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। सभी DEO और DEEO को इन रिटायर्ड हो चुके अध्यापकों और प्राध्यापकों को कार्य मुक्त करने के लिए कहा गया है। बता दें कि हर साल परीक्षा के दिन नजदीक आते ही बच्चों का पाठ्यक्रम पूरा करवाने के लिए रिटायर्ड अध्यापकों और प्राध्यापकों की नियुक्ति की जाती है।