CBSE 10th Board Exam 2020: गणित के डर को दूर करने के लिए अपनाएं ये टिप्स
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 10वीं बोर्ड परीक्षा का आयोजन 15 फरवरी, 2020 से किया जा रहा है। इस साल CBSE ने बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षा पैटर्न में कई बदलाव किए हैं। वहीं इस साल 10वीं गणित के लिए दो स्तर की परीक्षा गणित बेसिक और गणित स्टेंटर्ड का आयोजन होगा। गणित कई छात्रों के लिए कठिन विषय होता है, लेकिन गणित एक स्कोरिंग विषय भी है। गणित के डर को दूर भगाने के लिए टिप्स यहां से पढ़ें।
किन टॉपिक्स को पढ़ना जरुरी है, ये समझें
गणित में अच्छा स्कोर करने के लिए छात्रों को सबसे पहले सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को देखना चाहिए। उसके बाद उन्हें समझना चाहिए कि किस टॉपिक को पढ़ना जरुरी है। हालांकि, छात्र को किसी भी टॉपिक को अनदेखा नहीं करना चाहिए। छात्र उन टॉपिक्स पर अधिक ध्यान दे सकते हैं, जिससे ज्यादा नंबर का आता है। उन्हें अपने डाउ्टस को क्लीयर करने के लिए अपने शिक्षकों से अधिक से अधिक सवाल करने चाहिए।
कॉन्सेप्ट को समझने पर दें अधिक ध्यान
गणित में अच्छा स्कोर करने के लिए छात्रों को कॉन्सेप्ट को समझने पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कॉन्सेप्ट पर अच्छी पकड़ बनाने के लिए पढ़ाई के लिए समय निर्धारित करना चाहिए। छात्रों को स्कूल के बाद गणित की प्रैक्टिस करने के लिए अलग से समय निर्धारित करना चाहिए। आप जितना ज्यादा कॉन्सेप्ट को समझ पाएंगे, उतना ही अच्छा स्कोर कर पाएंगे। कॉन्सेप्ट को समझने के लिए आपको प्रश्नों को अधिक से अधिक हल करना चाहिए।
एडवांस्ड टॉपिक को समझने के लिए बेसिक को समझें
छात्रों को कॉन्सेप्ट को समझने के लिए बेसिक पर अच्छी पकड़ बनानी होगी। छात्रों को दूसरे टॉपिक को पढ़ने से पहले एक टॉपिक को अच्छे से समझना होगा। कई कॉन्सेप्ट ऐसे होते हैं, जो पहले वाले कॉन्सेप्ट से जुड़ें होते हैं। इसलिए आप पहले वाले कॉन्सेप्ट को अच्छे से नहीं समझेंगे तो आपको दूसरा कॉन्सेप्ट भी नहीं समझ आएगा। कन्फ्यूजन से दूर रहने के लिए छात्रों को NCERT की किताबों से पढ़ने की सलाह दी जाती है।
किसी भी टॉपिक को नहीं छोड़े
छात्रों को कोई टॉपिक छोडना नहीं चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि आपको कोई कॉन्सेप्ट या सवाल समझ में नहीं आता और आप उसे छोड देते हैं। ऐसा नहीं करें, आगे बढ़ने से पहले उस कॉन्सेप्ट को समझें और अपने डाउट्स किलीयर करें।
कमजोरियों को ताकतों में बदलने के लिए स्ट्रेटजी बनाएं
गणित की प्रैक्टिस करते समय छात्रों को उनकी कमजोरियों और ताकतों को पहचानने में मदद मिलेगी। छात्रों को अपनी कनजोरियों को अपनी ताकतों में बदलने पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए उन्हें एक अच्छी स्ट्रेटजी बनानी चाहिए। गणित के लिए एक शेड्यूल तैयार करते समय छात्रों को कठिन और आसान विषयों के बीच बराबर समय देना चाहिए। हालांकि, वे जिस विषय में कमजोर हैं, उसे ज्यादा समय दे सकते हैं।
गणित में अच्छा स्कोर करने के लिए प्रैक्टिस करना है जरुरी
किसी भी विषय में अच्छा स्कोर करने के लिए प्रैक्टिस करना बहुत जरुरी है। गणित के लिए प्रैक्टिस करने के लिए आपको एक अलग योजना बनानी होगा। बिना प्रैक्टिस के आप परीक्षा में अच्छा स्कोर नहीं कर सकते हैं। प्रैक्टिस और रिवीजन करने के लिए छात्र पिछले साल के प्रश्न पत्र, सैंपल पेपर और मॉक टेस्ट हल कर सकते हैं। इससे आपको अपनी तैयारी का भी पता चलेगा और आप अपनी गलतियों को सुधार पाएंगे।