इन बच्चों के जुनून को कैंसर भी नहीं दे पाई मात, दी बोर्ड परीक्षा
चाहे बीमारी हो या अन्य कोई दुविधा, अगर आप दृढ़ निश्चय कर लें तो आप जीवन में कुछ भी कर सकते हैं। इस बात को महाराष्ट्र के दो छात्रों ने सही साबित कर दिय़ा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 17 वर्षीय दो छात्रों ने एक गंभीर बीमारी के चलते भी अपनी बोर्ड परीक्षाएं दी हैं। उन्होंने अपनी बीमारी को अपने जीवन में हावी नहीं होने दिया है। आइए जानें पूरी खबर।
इरोस अग्रवाल और समिक्षा सिंकदर को है कैंसर
हायर सेकेंडरी स्कूल (HSC) के छात्र इरोस अग्रवाल और समिक्षा सिंकदर ने कैंसर बीमारी के होने के बाद भी अपनी बोर्ड परीक्षाएं दी हैं। इरोस अग्रवाल मुंबई के मीरा रोड से हैं और समिक्षा सिंकदर कुर्ला से हैं। कैंसर होने के बावजूद भी वे गुरुवार से शुरू हुई बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। इरोस और समिक्षा के लिए इलाज के समय पढ़ाई करना बहुत मुश्किल था।
10वीं में प्राप्त किए 90% अंक
इरोस के परिवार ने उन्हें अगले साल परीक्षा देने के लिए कहा, लेकिन इरोस ने 50 से अधिक कीमोथेरेपी सेशन से गुजरने के बाद भी एक निजी (Private) उम्मीदवार के रूप में अपना फॉर्म भरा। इरोस मीठीबाई कॉलेज के कॉमर्स के छात्र हैं। इरोस के पिता राजेश ने कहा कि इरोस ने 10वीं में 90% अंक प्राप्त किए थे। इरोस अपनी क्लासेस में उपस्तिथ नहीं हो पाया, लेकिन इस सब के बावजूद वह अपनी परीक्षाएं दे रहा है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहते हैं इरोस
इरोस के पिता एक छोटा सा व्यवसाय चलाते हैं। उनके अनुरोध करने के बाद राज्य बोर्ड ने इरोस की चिकित्सा स्थिति को देखते हुए, उसे प्रत्येक पेपर के लिए 20 मिनट अतिरिक्त दिए। इरोस को ब्लड कैंसर है और उन्हें इसका पता अक्टूबर, 2017 में चला था। इरोस के कैंसर का इलाज साल 2020 तक चलेगा। इरोस ने कहा कि वो CA बनना चाहते हैं और अपने सपनों को पूरा करने की पूरी कोशिश करना चाहते है।
समिक्षा भी हैं कॉमर्स की छात्रा
17 साल की कॉमर्स की छात्रा समिक्षा सिंकदर को साल 2018 में हड्डी के कैंसर का पता चला था। कीमोथेरेपी के कई सेशन के बाद उनकी मार्च में सर्जरी की जाएगी। वह इस साल अपनी परीक्षा दे रही हैं। समिक्षा की मां सोनाली ने कहा कि उन्होंने परीक्षा देने के लिए उस पर दबाव नहीं बनाया है। वह डिजाइन स्कूलों के लिए प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह परीक्षा पास भी करेगी।
कुल इतने छात्रों ने किया पंजीकरण
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई डिवीजन के 3 लाख 35 हज़ार छात्रों ने इस साल परीक्षा के लिए पंजीकरण किया है। उनमें से 54,056 आर्ट्स स्ट्रीम, 91,178 साइंस और 1,85,774 कॉमर्स के छात्र हैं।