
इस साल के अंत तक बिहार सरकार करेगी 1.4 लाख शिक्षकों की भर्ती
क्या है खबर?
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने मंगलवार को राज्य विधानसभा को आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के लिए नए शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
इसके साथ ही ये भी आश्वासन दिया कि शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया इस साल के अंत तक पूरा कर दी जाएगी।
विपक्ष RJD ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
कारण
क्यों है शिक्षकों की कमी?
वर्मा का ये जवाब JD(U) के विद्या सागर सिंह के "सरकार द्वारा मोरवा ब्लॉक के हाई स्कूल और समस्तीपुर जिला के रघुनाथपुर में हाई स्कूल में शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?" इस सवाल पर था।
मंत्री ने कहा कि कई स्कूलों को मिडिल से हाई स्कूल में अपग्रेड किया गया है, जिस कारण शिक्षकों की कमी है। हाई स्कूल को 12वीं स्तर पर अपग्रेड करने की प्रक्रिया भी चल रही है।
पदों की संख्या
इतने पदों पर होगी भर्ती
सरकार ने 10वीं व 12वीं स्कूलों के लिए लगभग 40,000 और प्राइमरी व मिडिल के लिए लगभग 1 लाख शिक्षकों की नियुक्ति करने की योजना बनाई है।
विपक्षी सदस्य मंत्री के जवाब से असहमत बने रहे और मांग की कि सरकार सदन को शिक्षकों की नियुक्ति के लिए उठाए गए कदमों के बारे में सूचित करे।
RJD के ललित कुमार यादव और कांग्रेस के नेता सदानंद सिंह सहित अन्य नेता देरी को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
पात्रता
ये उम्मीदवार होंगे पात्र
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसके लिए सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
माध्यमिक (Secondary) शिक्षकों के STET (राज्य शिक्षकों पात्रता परीक्षा) को पास करने वाले योग्य होंगे और प्राइमरी स्तर के लिए TET (शिक्षक पात्रता परीक्षा) को पास करने वाले उम्मीदवार ही पात्र होंगे।
अगर हम वर्तमान में कार्य कर रहे शिक्षकों की बात करें, तो वर्तमान में संविदा शिक्षकों सहित लगभग 4 लाख सरकारी शिक्षक हैं।