चुनाव आयोग ने लगाई नवजोत सिंह सिद्धू पर रोक, 72 घंटे तक नहीं कर सकेंगे प्रचार
चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पर 72 घंटों तक प्रचार करने पर रोक लगा दी है। सिद्धू ने बिहार में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विवादित बयान दिया था। इस पर कार्रवाई करते हुए आयोग ने उन पर यह रोक लगाई है। यह रोक मंगलवार सुबह 10 बजे से शुरू होकर अगले 72 घंटों तक जारी रहेगी। इस दौरान सिद्धू के इंटरव्यू देने, भाषण देने या चुनावी रैलियों में शामिल होने पर रोक रहेगी।
यह था सिद्धू का विवादित बयान
नवजोत सिंह सिद्धू ने कटिहार में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुसलमानों से कांग्रेस के समर्थन में वोट देने की अपील की थी। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि यह ऐसी लोकसभा सीट है जहां आप (मुसलमान) अल्पसंख्यक होकर भी बहुसंख्यक है। आप 64 प्रतिशत हैं। अगर आपने इकट्ठे होकर वोट दिया तो कांग्रेस को कोई हरा नहीं सकता। एकजुट होकर वोट डाला तो मोदी सुलट जाएगा। इसे लेकर सिद्धू पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
आचार संहिता के उल्लंघन पर मिला नोटिस
चुनाव आयोग ने सिद्धू के इस बयान को लेकर उन्हें नोटिस भी जारी किया था। बता दें, नियमों के मुताबिक कोई भी उम्मीदवार धर्म के नाम पर वोट नहीं मांग सकता। अगर ऐसा होता है तो यह आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद जागा आयोग
चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं के विवादित बयानों का सिलसिला जारी है। इसे लेकर चुनाव आयोग की तरफ से कार्रवाई भी जारी है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने विवादित बयानों पर आयोग के सुस्त रवैये को देखते हुए फटकार भी लगाई थी, जिसके बाद आयोग की कार्रवाई में तेजी आई है। आयोग ने विवादित बयानों को लेकर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा नेता आजम खान पर भी ऐसी कार्रवाई की थी।
ये थे मायावती और योगी के बयान
मायावती ने यूपी के देवबंद में अपनी एक रैली में मुस्लिम वोटरों से गठबंधन को वोट देने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि मुस्लिम समुदाय अपना वोट बंटने ना दें और सिर्फ महागठबंधन के लिए वोट दें। इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ ने 9 अप्रैल को दिए अपने भाषण में हिंदू-मुस्लिम के बीच 'अली-बजरंगी बली' की लड़ाई होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर विपक्ष को अली पसंद है, तो हमें बजरंग बली पसंद हैं।
आजम खान ने जयाप्रदा को लेकर दिया था शर्मनाक बयान
रविवार को आजम खान ने उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहीं भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा पर निशाना साधते हुए मर्यादा की सीमा पार कर दी थी। उन्होंने कहा, "जिसको हम ऊंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिससे अपना प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवियर खाकी रंग का है।" हालांकि, उन्होंने अपने बयान में जयाप्रदा का नाम नहीं लिया था, लेकिन उनका इशारा उन्हीं की तरफ था।