बिहार: शराब के लिए ट्रेन को स्टेशन पर छोड़ गया सहायक लोको पायलट, GRP ने दबोचा
क्या है खबर?
बिहार में शराबंदी के कानून और रेलवे नियमों की धज्जियां उड़ाने वाला मामला सामने आया है।
समस्तीपुर से 45 किलोमीटर दूर हसनपुर में समस्तीपुर-सहरसा यात्री ट्रेन का सहायक लोको पायलट (ALP) ट्रेन को स्टेशन पर छोड़कर शराब पीने बाजार चला गया। इस दौरान ट्रेन करीब एक घंटे तक स्टेशन पर खड़ी रही।
बाद में दूसरे लोको पायलट के जरिए ट्रेन को रवाना किया गया। राजकीय रेलवे पुलिस ने (GRP) ने आरोपी लोको पायलट को नशे की हालत में दबोच लिया।
प्रकरण
ट्रेन की क्रॉसिंग के समय शराब पीने चला गया ALP
GRP के एक अधिकारी ने बताया कि समस्तीपुर-सहरसा (नंबर -05278) यात्री ट्रेन सोमवार शाम 04:05 बजे सहरसा के लिए रवाना हुई थी। समस्तीपुर जंक्शन से 45 किलोमीटर दूर ट्रेन के शाम 05:41 बजे हसनपुर पहुंचने पर उसे राजधानी ट्रेन की क्राॉसिंग के लिए रोक दिया गया था।
उन्होंने बताया कि उसी दौरान ट्रेन के ALP कर्मवीर प्रसाद यादव उर्फ मुन्ना को शराब पीने की तलब हुई और वह ट्रेन को स्टेशन पर छोड़कर बाजार रवाना हो गया।
विरोध
ट्रेन में स्टेशन पर खड़ी रहने पर यात्रियों ने जताया विरोध
GRP अधिकारी ने बताया कि राजधानी ट्रेन के गुजरने और सिग्नल मिलने के बाद भी ट्रेन रवाना नहीं हुई। जब जांच की तो वहां सहायक लोको पायलट नहीं मिला।
उन्होंने बताया कि पहले तो उसका इंतजार किया गया, लेकिन ट्रेन के एक घंटे तक स्टेशन पर खड़ी रहने से यात्रियों ने विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद स्टेशन अधीक्षक मनोज चौधरी ने अन्य ALP ऋषि राज से अनुरोध कर शाम 06:47 बजे ट्रेन को सहरसा के लिए रवाना किया।
तलाश
GRP ने आरोपी ALP को नशे की हालत में दबोचा
GRP अधिकारी ने बताया कि ट्रेन को रवाना करने के बाद पुलिसकर्मियों ने बाजार जाकर ALP कर्मवीर यादव की तलाश शुरू की। इस दौरान वह एक दुकान पर शराब पीते हुए मिल गया। वह पूरी तरह से शराब के नशे में धुत था और उसके पास से बची ही शराब भी बरामद कर ली गई।
उन्होंने बताया कि ALP का मेडिकल कराया गया, जिसमें उसके बहुत अधिक शराब पीने की पुष्टि हो गई। रेलवे अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट दी है।
बयान
जांच की बाद की जाएगी कार्रवाई- अग्रवाल
समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल ने कहा कि ट्रेन को छोड़कर शराब पीने चले जाना बेहद गंभीर मामला है। GRP से इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है और दोषी ALP के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। जांच पूरी होने के बाद उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि GRP को बाजार में शराब उपलब्ध कराने वाले का पता लगाने के भी निर्देश दिए हैं। इसके बाद उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी
आठ दिन पहले सीवान में चाय पीने के लिए रोकी थी ट्रेन
बता दें कि आठ दिन पहले बिहार के सीवान स्टेशन पर ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस (11123) के लोको पायलट ने चाय पीने के लिए रेलवे क्रॉसिंग के पास ट्रेन को रोक दिया था। मामले के सामने आने के बाद लोको पायलट को निलंबित किया गया था।
रोक
बिहार सरकार ने साल 2016 में की थी शराबबंदी
नीतीश कुमार सरकार ने 5 अप्रैल, 2016 को राज्य में शराब के निर्माण, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया था। सितंबर में राज्य सरकार ने अपनी नीति में थोड़ा बदलाव किया था। इसके बाद भी राज्य में शराब की बिक्री और सेवन पर पूरी तरह से पाबंदी नहीं लग सकी है। राज्य में शराब का अवैध कारोबार जारी है।
यही कारण है कि यहां जहरीली शराब के सेवन से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।