उम्मीदवारों को बहुत कुछ सिखाती है UPSC की तैयारी, मिलते हैं ये प्रमुख लाभ
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) को सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक माना जाता है।
कुछ चुनिंदा उम्मीदवार ही इस परीक्षा में सफल होकर अधिकारी बन पाते हैं।
लाखों उम्मीदवार जो परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाते वे अपने भविष्य को लेकर निराश होते हैं, लेकिन UPSC की तैयारी एक अभ्यर्थी को बहुत कुछ सिखाती है।
आइए UPSC की तैयारी से मिलने वाले लाभों के बारे में जानते हैं।
#1
कई क्षेत्रों में नौकरी के अवसर
कई छात्रों का मानना है कि अगर UPSC में सफल नहीं हुए तो उनकी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। वे आगे कुछ नहीं कर पाएंगे, लेकिन ये धारणा गलत है।
इस परीक्षा की तैयारी नौकरी के व्यापक अवसर खोलती है। UPSC में असफल होने के बाद उम्मीदवार SSC, रेलवे, राज्य लोक सेवा आयोग, UGC NET जैसी परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं।
तैयारी के दौरान और बाद में छात्र शिक्षक के रूप में काम कर सकते हैं।
#2
UPSC की तैयारी से पड़ती है अनुशासन की आदत
UPSC की तैयारी युवाओं को अनुशासित बनाती है। पढ़ाई करने के लिए कई छात्र अपनी पसंदीदा चीजों को छोड़ देते हैं।
कठिन दिनचर्या का पालन कर घंटों पढ़ाई करते हैं। ये परीक्षा अभ्यर्थियों में कड़ी मेहनत करने और हर दिन अपनी सीमाओं को पार करने का जुनून जगाती है।
ऐसे में उम्मीदवार सभी प्रलोभनों से दूर रहकर अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए असाधारण जीवन शैली अपनाते हैं और आत्म-अनुशासन की नींव मजबूत करते हैं।
#3
लेखन कौशल होता है बेहतर
मुख्य परीक्षा की तैयारी करने के दौरान उम्मीदवारों के लेखन कौशल में विशेष सुधार होता है।
वे अलग-अलग विषयों के सकारात्मक और नकारात्मक पक्षों को समझकर अपने विचार लिखते हैं।
इसके अलावा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवार प्रतिदिन अखबार पढ़ते हैं। ऐसे में उनके पढ़ने के कौशल में भी सुधार आता है। शब्दावली में सुधार होता है।
लगातार लिखने और पढ़ने से कठिन तथ्यों को याद करने की क्षमता भी बढ़ती है।
#4
विभिन्न विषयों का ज्ञान
UPSC का पाठ्यक्रम अधिकांश विषयों को कवर करता है। ऐसे में तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के पास ज्ञान का भंडार होता है।
UPSC की तैयारी विभिन्न विषयों को अलग तरह से देखने का दृष्टिकोण विकसित करती है।
इस परीक्षा में छात्रों को इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, भूगोल, विज्ञान जैसे विषय पढ़ने होते हैं।
ऐसे में सभी विषयों को लेकर बौद्धिक समझ मजबूत होती है और उम्मीदवार सामान्य छात्रों से अलग बनते हैं।
जानकारी
आत्मविश्वास में होती है बढ़ोतरी
परीक्षा तैयारी की शुुरआत में चिंता और घबराहट आम बात है, लेकिन विषय वस्तु की समझ बढ़ने पर युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है। यही आत्मविश्वास युवाओं को खुलकर अपनी बात रखने और हर क्षेत्र में सफल होने में मदद करता है।