
भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत फिर शुरू, इन मुद्दों पर बन सकती है सहमति
क्या है खबर?
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत आज (5 जून) से फिर शुरू हो गई है।
अमेरिका व्यापार प्रतिनिधि (USTR) के कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत दौरे पर है। ये भारतीय पक्ष के साथ 2 दिन तक समझौते की अंतिम रूपरेखाओं पर चर्चा करेगा।
संभावना है कि इसी महीने के अंत तक दोनों देशों के बीच 'मिनी' या अंतरिम समझौता हो सकता है।
मुद्दे
किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
डेक्कन हेराल्ड से एक सरकारी सूत्र ने कहा, "वर्तमान दौर की वार्ता के दौरान, वार्ताकार कृषि और ऑटो सहित विशिष्ट क्षेत्रों में टैरिफ कटौती तथा भारतीय कंपनियों के लिए प्रस्तावित लाभों पर चर्चा कर रहे हैं।"
एक अन्य अधिकारी ने कहा, "समझौते की औपचारिक घोषणा महीने के अंत तक या राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्वयं निर्धारित 9 जुलाई की समयसीमा से पहले की जा सकती है। बैठक समाप्त होने के बाद रविवार तक बयान जारी होने की उम्मीद है।"
भारत
अमेरिका से क्या-क्या छूट चाह रहा है भारत?
मनी कंट्रोल के मुताबिक, भारत अमेरिका से ऊर्जा और खाद्य तेल का आयात बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत जून के अंत तक एक छोटा सौदा करने की सोच रहा है। इस सौदे में भारत न केवल 26 प्रतिशत टैरिफ से छूट चाहता है, बल्कि स्टील और एल्युमीनियम पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ से भी छूट चाहता है।
अमेरिका ने इस तरह की छूट ब्रिटेन को दी है।
अमेरिका
अमेरिका किन क्षेत्रों में मांग रहा है रियायत?
अमेरिका अपने कृषि उत्पादों खास तौर पर सोयाबीन और मक्का के लिए बाजार में पहुंच बढ़ाने की मांग कर रहा है। इसके लिए भारत सेब, ट्री नट्स और कुछ डेयरी उत्पादों पर टैरिफ कम कर सकता है।
ऑटोमोबाइल खास तौर पर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) दोनों देशों के बीच विवाद का बड़ा मुद्दा है। अमेरिका कई बार ऑटोमोबाइल पर टैरिफ के मुद्दे को उठा चुका है। भारत भी अमेरिका पर 25 प्रतिशत ऑटो टैरिफ कम करने का मुद्दा उठा सकता है।
रक्षा
रक्षा क्षेत्र को लेकर भी बन सकती है कुछ सहमति
हाल ही में अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा था, "भारत सरकार ने कुछ ऐसी चीजें कीं, जो अमेरिका को परेशान करती हैं। उदाहरण के लिए, वे रूस से सैन्य उपकरण खरीदते हैं। अगर आप रूस से हथियार खरीदने जाते हैं तो यह अमेरिका को परेशान करने का एक तरीका है।"
उन्होंने कहा कि भारत इस मुद्दे पर 'ध्यान दे रहा है।' यानी भारत अमेरिका से अपना रक्षा आयात बढ़ा सकता है।
समझौता
कब तक हो सकता है समझौता?
मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, व्यापक समझौते की घोषणा इसी साल सितंबर और नवंबर के बीच की जा सकती है। वहीं, अंतिम व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौता संभवतः अगले साल हो सकता है।
लुटनिक ने कहा था कि व्यापार वार्ता आगे बढ़ रही है और जल्द ही समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था, "दोनों देश साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं।"