बच्चों को पढ़ाने के लिए अपनाएं ये तकनीक, चीजें याद रखने में मिलेगी मदद
स्कूल जाने वाले बच्चों के पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए स्वस्थ याददाश्त बेहद महत्वपूर्ण हैं। इससे वे नई-नई जानकारियों को याद रख पाते हैं और नए कार्य करने की क्षमताएं भी सीख पाते हैं। कई बार बच्चे नई चीजों को सीखने में ज्यादा समय लेते हैं और कई चीजें जल्दी भूल जाते हैं। ऐसे समय में अभिभावकों को कुछ खास तकनीकों की मदद लेनी चाहिए। इससे बच्चों की स्मरण क्षमता में इजाफा होता है।
माइंड मैप बनाएं
माइंड मैप और चित्रों की सहायता से बच्चे जानकारियों को आसान तरीके से सीख पाते हैं। जल्दी जानकारियां याद कराने के लिए नई अवधारणाओं और शब्दों को अलग-अलग श्रेणियों में बांट लें और इसके हिसाब से बच्चों को पढ़ाएं। बच्चा जो याद रखने की कोशिश कर रहा है उसे उन चीजों से जोड़े जिससे बच्चा पहले से परिचित हैं। अगर बच्चा इतिहास या भूगोल पढ़ रहा है तो उसे कल्पना करने को कहें और अलग-अलग कहानियों की मदद से समझाएं।
सक्रिय रूप से पढ़ना सिखाएं
सक्रिय रूप से पढ़ाई में नोट्स बनाना, शब्दों को रेखांकित करना और रिवीजन करना शामिल है। ये बच्चे को लंबे समय तक जानकारी याद रखने में मदद करता है। बच्चे को तेज बोल-बोल कर पढ़ने के लिए कहे। जो जानकारी याद की है, उसे लिखने के लिए जरूर कहे। बच्चों से उस बारे में ज्यादा बात करें, जिनके बारे में उन्होंने पढ़ा है। इससे बातों-बातों में जानकारियां याद करने में मदद मिलेगी।
व्यायाम सिखाएं और पोषित आहार दें
व्यायाम करना एक अच्छी आदत है जो बच्चे के दैनिक कार्यक्रम का हिस्सा होनी चाहिए। जितनी जल्दी बच्चे रोजाना व्यायाम करने की आदत विकसित करेंगे उतनी ही जल्दी याददाश्त बेहतर होगी। व्यायाम करने से दिमाग तक रक्त और ऑक्सीजन का संचार बढ़ता है और इससे पढ़ाई के लिए प्रेरित और एकाग्र रहने में भी मदद मिलती है। अच्छी याददाश्त के लिए बच्चे को संतुलित आहार दे, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन शामिल होंं।
स्क्रीन टाइम सीमित करें
अत्याधिक स्क्रीन टाइम बच्चे के स्मृति विकास में बाधा डालता है, ऐसे में टीवी देखने, वीडियो गेम खेलने और मोबाइल के उपयोग का समय सीमित करें। बच्चे को पढ़ाते समय उज्जवल रंगों का उपयोग करें ताकि जानकारियां लंबे समय तक उनके दिमाग में बनी रहें।
समय- समय पर टेस्ट लें
बच्चे को पढ़ाने के बाद टेस्ट लेना न भूलें। सुनिश्चित करें कि आपने जो पढ़ाया है वो बच्चे को याद है। बहुत अधिक लंबा टेस्ट लेने की जरूरत नहीं है। आप केवल कुछ टॉपिकों के बारे में सवाल पूछ सकते हैं। अगर बच्चा उत्तर नहीं दे पाए तो तुरंत जवाब बताने की बयाय उसे जवाब याद करने की कोशिश करने दें। इसके बाद उसे तुरंत उत्तर याद करवाएं ताकि वो आगे कोई गलती न करे।