
पर्सनल लोन के लिए कम या लंबी अवधि में से कौन-सा विकल्प सही?
क्या है खबर?
अचानक से जरूरत पड़ने पर हर कोई पर्सनल लोन लेकर काम चलाता है, लेकिन इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। बैंक आपको लोन चुकाने की अवधि के आधार पर विकल्प प्रदान करती है, जिसमें एक कम अवधि और दूसरा लंबी अवधि है। पुनर्भुगतान अवधि मासिक EMI, ब्याज और क्रेडिट प्रोफाइल को प्रभावित करती है। ऐसे में इस पर सोच-समझकर विचार करना चाहिए। आइये जानते हैं कम या अधिक अवधि में से कौनसा सही विकल्प है।
शॉर्ट टर्म
किन लोगों के लिए सही है कम अवधि का लोन?
पर्सनल लोन की अवधि वह होती है, जिसके दौरान आप ब्याज सहित लोन की राशि चुकाते हैं। अधिकांश पर्सनल लोन की अवधि 12-60 महीने के बीच होती है, जबकि कुछ वित्तीय संस्थाएं 84 महीने तक की अवधि की पेशकश करती हैं। कम अवधि वाले लोन (1-3 साल) में आपको अधिक EMI और कम ब्याज देना पड़ता है। यह ऐसे लोगों के लिए सही है, जिनकी महीने की कमाई अच्छी-खासी है और वे अधिक राशि की किस्त जमा करा सकते हैं।
लॉन्ग टर्म
किन्हें लेना चाहिए लंबी अवधि का लोन?
लंबी अवधि का लोन 4 से 7 साल के लिए दिया जाता है। इसमें हर महीने की किस्त की राशि तो कम हाेती है, लेकिन ब्याज बढ़ जाता है। यह उन लोगों के लिए सही विकल्प है, जो कम राशि की EMI चाहते हैं। इसके साथ ही यह उनके लिए भी सही है, जो एक से अधिक लोन रखते हैं। सामान्य निर्णय आपके जोखिम उठाने की क्षमता, भविष्य के लक्ष्य, मासिक आय और वित्तीय बजट पर आधारित होता है।