लॉकडाउन के दौरान खूब बिकी ब्रेड और कॉफी, आइसक्रीम की मांग रही कमजोर
देश में मार्च और अप्रैल में लागू रहे लॉकडाउन के दौरान लोगों ने ब्रेड, पनीर, कॉफी और जैम बड़ी मात्रा में खरीदे। लोगों ने उम्मीद के मुताबिक हैंड सेनिटाइजर की भी खरीदारी की, लेकिन इसमें अपेक्षा से अधिक उछाल देखने को नहीं मिला। साथ ही कीटनाशक की बिक्री में उछाल देखने को मिला। हालांकि, इस दौरान फ्रूटी केक्स और आइसक्रीम जैसे सामानों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
कब लगा था लॉकडाउन?
देश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 25 मार्च से देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था। 21 दिनों के पहले चरण में केवल जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध था। 14 अप्रैल को यह चरण खत्म होने से पहले इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया। इस दौरान सभी गतिविधियों पर पाबंदी जारी रही। 4 मई से लॉकडाउन के तीसरे चरण में कुछ गतिविधियों की इजाजत दी गई।
लॉकडाउन के दौरान कुछ उत्पादों की मांग में देखने को मिला उछाल
हालांकि, लॉकडाउन के तीसरे और चौथे चरण में भी सीमित गतिविधियों की इजाजत थी। इसके चलते अधिकतर लोग घरों में ही रहे। लगभग दो महीने तक लॉकडाउन में फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) की कुछ श्रेणियों में असामान्य मांग देखी गई।
इन उत्पादों की बिक्री में हुआ इजाफा
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने जानकारी दी है कि लॉकडाउन के दौरान उसकी ब्रेड, पनीर और रस्क की मांग में तेजी बढ़ोतरी देखी गई, जबकि आमतौर पर मांग में रहने वाले फ्रूटी केक की बिक्री कम हुई। इसी तरह हिंदुस्तान यूनिलीवर के किसान जैम और सॉस भी आम दिनों की तुलना में ज्यादा मात्रा में खरीदा गया। अप्रैल से जून के बीच कंपनी के लाइफबॉय सैनिटाइजर और हैंडवॉश की ब्रिक्री में भी उछाल आया।
घरेलू कीटनाशकों की बिक्री भी बढ़ी
मुंबई स्थित कंपनी गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने बताया कि उसके घरेलू कीटनाशकों की बिक्री में लॉकडाउन के दौरान उछाल देखा गया था। इसकी बड़ी वजह उत्तर भारत के शहरों में मच्छरों का आतंक माना जा रहा है। साथ ही लोग मलेरिया और डेंगू के डर से भी मच्छरों को मारने के लिए कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं। वहीं गुरूग्राम स्थित नेस्ले ने बताया कि इंस्टैंट नूडल्स और कॉफी ने उसकी बिक्री में इजाफा किया।
ITC ने बेचे ये उत्पाद
कोलकाता स्थित ITC लिमिटेड ने लॉकडाउन के दौरान खाने और पर्सलन हाइजिन के उत्पाद के ज्यादा बेचे। हालांकि, लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों में रहने के कारण आइसक्रीम आदि उत्पादों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली।
बिस्कुट से ज्यादा रही रस्क और ब्रेड की मांग
बिक्री के बारे में जानकारी देते हुए ब्रिटानिया के प्रबंधक निदेशक वरुण बेरी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ब्रेड और रस्क की बिस्कुट से ज्यादा मांग रही। पनीर की मांग भी इजाफा देखने को मिला। उन्होंने कहा कि कई लोग घरों में रहने के दौरान खाने की जगह ब्रेड का इस्तेमाल कर रहे थे। वहीं नेस्ले ने कहा कि उसके मैगी नूडल्स की मांग में 25 प्रतिशत का इजाफा देखा गया। वहीं कॉफी की मांग भी लगातार बनी रही।