पूर्ण लॉकडाउन की आशंका के चलते बेंगुलरू छोड़ रहे लोग, बॉर्डर पर जाम
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 33 घंटे का कड़ा लॉकडाउन लगा दिया गया है। ये लॉकडाउन शनिवार रात आठ बजे शुरू होगा और सोमवार सुबह पांच बजे तक चलेगा।
इस बीच शहर के निवासी फिर से पूर्ण लॉकडाउन की आशंका के चलते अपने गांव वापस जाने लगे हैं। लोगों को डर है कि अगर फिर से लॉकडाउन लग गया तो वे शहर में फंस जाएंगे।
स्थिति
बेंगुलरू में बिगड़ती जा रही है स्थिति
बता दें कि शुरूआती चरण में कोरोना वायरस को काबू में करने में कामयाब रहे बेंगलुरू में पिछले 10 दिन में मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है और शहर में मामले कई गुना बढ़ गए हैं।
बेंगलुरू में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के रिकॉर्ड 1,172 नए मामले सामने आए। शहर में अब तक कुल 8,345 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है जिनमें से 129 की मौत हुई है और 7,250 सक्रिय मामले हैं।
शहर खाली
शहर छोड़कर जा रहे लोग, बॉर्डर पर वाहनों और लोगों की बड़ी भीड़
इसी स्थिति से निपटने के लिए कर्नाटक सरकार ने बेंगुलरू में 33 घंटे के लॉकडाउन का ऐलान किया है। इस घोषणा के बाद शहर के निवासी शहर छोड़कर घर जाने लगे हैं और बॉर्डर पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई है।
तुमकुरु के निकास पॉइंट पर लोगों की बड़ी भीड़ नजर आई। इसके अलावा मैसुरु रोड पर भी ट्रैफिक जाम नजर आया। लोग अपने घर वापस जाने की हड़बड़ी और डर में दिखे।
बयान
"अब बेंगलुरु कभी वापस नहीं आऊंगा"
शहर में कैब ड्राइवर के तौर पर काम करने वाले रामे गौंडा ने कहा, "बेंगलुरु में मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं बची है। मैं अपने जीवन को लेकर चिंतित हूं। मैं लॉकडाउन को सहने में कामयाब रहा, लेकिन अब नामुमकिन हो गया है। मैं आजीविका के लिए खेतों में काम कर लूंगा, लेकिन अब बेंगलुरु कभी वापस नहीं आऊंगा।'
शहर छोड़कर जा रहे अन्य लोगों की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
राज्य की स्थिति
पूरे कर्नाटक में बिगड़ रही स्थिति
बेंगलुरू के अलावा बाकी कर्नाटक में भी स्थिति ठीक नहीं है और हालिया दिनों में मामले तेजी से बढ़े हैं। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,839 नए मामले सामने आए, जो अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं।
राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 21,549 हो गई है, जिनमें से 335 मरीजों की मौत हुई है और 9,244 ठीक हो चुके हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 11,966 है।
रोकथाम के लिए कदम
राज्य में एक घंटे बढ़ाया गया नाइट कर्फ्यू का समय
बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य स्तर पर भी नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं और सोमवार से कर्फ्यू रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक की बजाय रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक लागू होगा। सरकारी दफ्तरों भी अब पांच दिन खुलेंगे और शनिवार की छुट्टी रहेगी।
सरकार ने अधिकारियों को मरीजों को बेड उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीकृत सिस्टम बनाने को कहा है। इसके अलावा एबुंलेस की संख्या बढ़ाकर 250 कर दी गई है।
मदद
केंद्र सरकार ने मदद के लिए भेजीं 15 टीमें
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अधिकारियों को वेडिंग हॉल्स और हॉस्टल्स जैसे स्थानों को कोरोना वायरस देखभाल केंद्र बनाने के लिए आरक्षित करने का आदेश भी दिया है। इसके अलावा रेलवे के डिब्बों का इस्तेमाल करने को भी कहा गया है।
वहीं केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की मदद के लिए 15 टीमें कर्नाटक भेजी हैं। इन टीमों में सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, महामारी विशेषज्ञ और अन्य कई तरह के विशेषज्ञ शामिल हैं।