UPI 2024 में छू सकता है 171 अरब लेन-देन का आंकड़ा
क्या है खबर?
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) 2024 में 171 अरब ट्रांजेक्शन करने की उम्मीद है, जो पिछले साल के मुकाबले 45 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि पहले से उच्च ट्रांजेक्शन स्तर को देखते हुए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के अनुसार, 2023 में UPI प्लेटफॉर्म पर करीब 117 अरब ट्रांजेक्शन हुए थे। यह डाटा डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में UPI की बढ़ती स्वीकार्यता और इस्तेमाल को दर्शाता है।
UPI लेन-देन का मूल्य और वृद्धि
UPI लेन-देन का मूल्य और वृद्धि
2024 में UPI का लेन-देन मूल्य 245 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है, जो 2023 के 183 लाख करोड़ रुपये से 34 प्रतिशत अधिक है। इस वृद्धि का अनुमान दैनिक और मासिक ट्रांजेक्शन्स के आधार पर किया गया है।
UPI प्लेटफॉर्म पर हर महीने औसतन 16 अरब ट्रांजेक्शन होते हैं, जिनकी कीमत करीब 22 लाख करोड़ रुपये होती है। यह प्लेटफॉर्म भारत का सबसे लोकप्रिय रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है, जो सभी डिजिटल पेमेंट्स का 85 प्रतिशत प्रदान करता है।
विकास
UPI के नए खिलाड़ी और विकास
वर्तमान में फोनपे और गूगल पे ने UPI पेमेंट्स में लगभग 85 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ अपना दबदबा बनाए रखा है।
हालांकि, UPI के क्षेत्र में नए खिलाड़ी जैसे सचिन बंसल समर्थित नवी, फ्लिपकार्ट समूह के सुपर.मनी और फैमपे ने महीने दर महीने अच्छी वृद्धि दर्ज की है।
2024 में 20 कंपनियों को NPCI से थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रदाता (TPAP) की मंजूरी मिली, जिससे UPI सेवाओं की उपलब्धता और बढ़ी है।
नुकसान
NPCI की चुनौतियां और पेटीएम का नुकसान
नवी ने CRED को पीछे छोड़ते हुए चौथी सबसे बड़ी UPI कंपनी बन गई है, लेकिन NPCI को फोनपे और गूगल पे के प्रभुत्व को चुनौती देने में कठिनाई हो रही है।
इस बीच, पेटीएम को नियामक से झटका लगा और इसकी बाजार हिस्सेदारी 11 प्रतिशत से घटकर 7 प्रतिशत रह गई।
NPCI की योजना है कि UPI प्लेटफॉर्म को फोनपे और गूगल पे के इकोसिस्टम से अलग किया जाए, लेकिन यह प्रयास चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।