सावधान! 16 मार्च के बाद बंद हो जाएंगे ऐसे डेबिट और क्रेडिट कार्ड
अगर आपके पास कोई क्रेडिट या डेबिट कार्ड है और आपने इसे अब तक ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल नहीं किया तो यह कार्ड 16 मार्च को बंद हो जाएगा। दरअसल, 16 मार्च को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का नया नियम लागू होगा, जिसके बाद ऐसे सभी क्रेडिट और डेबिट कार्ड बंद हो जाएंगे, जिन्हें कभी भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया है। आइये, जानते हैं कि यह नियम क्या है और इसे क्यों लाया गया है।
15 जनवरी को जारी किया गया था नोटिफिकेशन
RBI ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 15 जनवरी को इस सिलसिले में नोटिफिकेशन जारी किया था। केंद्रीय बैंक ने अन्य बैंकों को कहा था कि वो नए कार्ड जारी करते समय उन्हें केवल भारत में ATM और प्वाइंट ऑफ सेल्स (PoS) पर ट्रांजेक्शन करने की अनुमित दे। अगर कोई यूजर इंटरनेशनल और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन आदि करना चाहता है तो उसे अपने कार्ड पर अलग से सर्विस शुरू करानी होगी।
ऐसे कार्ड्स हो जाएंगे बंद
जिन लोगों के पास पहले से ऐसे कार्ड हैं, उनके जारीकर्ता जोखिम को देखते हुए अगला कदम उठा सकते हैं। वहीं उन कार्ड्स को बंद कर दिया जाएगा, जिन्हें कभी भी ऑनलाइन, इंटरनेशनल और कॉन्टैक्टलेस ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया है।
क्या होते हैं डेबिट और क्रेडिट कार्ड?
डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड दोनों एक जैसे हैं। दोनों ही प्लास्टिक मनी हैं, दोनों के ही 16 अंकों का कार्ड नंबर, समाप्ति तिथि और पिन कोड होते हैं। दोनों के बीच अंतर बस उनके काम करने के तरीके में है। डेबिट कार्ड से आप अपने बैंक खाते में मौजूद पैसे को निकालते हैं, जबकि क्रेडिट कार्ड से आप क्रेडिट कार्ड कंपनी से पैसे उधार लेते हैं। हालांकि, कई लोग क्रेडिट कार्ड को डेबिट कार्ड से बेहतर मानते हैं।
क्रेडिट कार्ड छूट, कैशबैक, रिवॉर्ड देता है, जबकि डेबिट कार्ड नहीं
क्रेडिट कार्ड कंपनियों का फ़ायदा तभी होता है, जब लोग उनसे उधार लेते हैं। इस वजह से जब आप क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते हैं, तब वो ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई तरह की छूट और कैशबैक के विकल्प देती हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड से लेनदेन करने पर आपको रिवार्ड प्वाइंट भी मिलते हैं। इनका उपयोग आप कोई गिफ्ट लेने या शॉपिंग के दौरान छूट पाने के लिए कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड से मिलता है EMI का ऑप्शन
आप केवल एक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके समान मासिक किस्तों (EMI) के रूप में भुगतान करना चुन सकते हैं, जबकि डेबिट कार्ड EMI विकल्प के लिए योग्य नहीं होता है। लेकिन एक बात याद रखें कि भले ही EMI आपको किस्तों में भारी भुगतान करने में मदद करता है, लेकिन वो आपके EMI कार्यकाल के अनुसार बकाया राशि पर ब्याज भी लेता है। इसलिए उपयोग करते समय सारी जानकारी पहले ही ले लें।