IN-SPACe अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप्स में इसी वित्तीय वर्ष में करेगी पहला निवेश
अंतरिक्ष के क्षेत्र में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) ने इस वित्तीय वर्ष में 1,000 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड के तहत पहला निवेश करने की योजना बनाई है। इसके लिए प्राधिकरण फंड मैनेजर को नियुक्त करने की प्रक्रिया में है, जो प्री-सीरीज फंडिंग चरण में स्टार्टअप के अनुप्रयोगों की जांच करेगा। IN-SPACe अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी स्टार्टप्स को बढ़ावा देने वाली अंतरिक्ष विभाग के तहत स्वतंत्र नोडल एजेंसी है।
40 स्टार्टअप्स को दिया जाएगा सहयोग
IN-SPACe के अध्यक्ष पवन कुमार ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा, "हम उस सेगमेंट में सभी प्रकार के स्टार्टअप के लिए खुले हैं, जो हमें लगता है कि सफल होंगे और एक अच्छी व्यवसाय योजना विकसित करेंगे।" उन्होंने कहा, "वेंचर कैपिटल फंड का लक्ष्य लगभग 40 स्टार्टअप्स को सपोर्ट करना है। किसी स्टार्टअप के विकास पथ और दीर्घकालिक क्षमता के आधार पर 10 करोड़ से 60 करोड़ रुपये तक निवेश किया जाएगा।"
पिछले महीने फंड को दी गई थी मंजूरी
अंतरिक्ष प्राधिकरण के अनुसार, उद्योग की जरूरतों और विकास के अवसरों के आधार पर वार्षिक निवेश लगभग 200 से 250 करोड़ रुपये हो सकता है। IN-SPACe को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 की अप्रैल-जून तिमाही तक फंड पूरी तरह से चालू हो जाएगा। बता दें, पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में स्पेस सेक्टर में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए 1,000 करोड़ रुपए का वेंचर कैपिटल फंड बनाने को मंजूरी दी थी।