
जेप्टो का एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म 'एटम' कैसे करता है काम?
क्या है खबर?
क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो ने अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद ब्रांड्स के लिए 'एटम' नाम का एक नया डाटा एनालिटिक्स टूल लॉन्च किया है।
जेप्टो के CEO आदित पलिचा ने बताया कि यह टूल ब्रांड्स को उनके प्रोडक्ट की बिक्री, ग्राहक व्यवहार और मार्केट शेयर जैसे आंकड़ों को गहराई से समझने में मदद करेगा।
कंपनी का दावा है कि यह टूल भारत में किसी भी ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म की तुलना में बेहतर और ज्यादा डाटा जानकारी देगा।
काम
एटम कैसे करता है काम और क्यों है खास?
एटम ब्रांड्स को हर पिनकोड और इलाके में उनके उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शन का लाइव मैप दिखाता है।
इससे कंपनियां जान सकती हैं कि कहां बिक्री कम है और वहां अपने विज्ञापन, कीमत या सप्लाई पर ध्यान बढ़ा सकती हैं। यह टूल मिनट-दर-मिनट बिक्री, ग्राहक इम्प्रेशन और रूपांतरण जैसे आंकड़े भी देता है।
इसके साथ ही जेप्टो GPT नाम का एक चैटबॉट भी है, जो कंपनियों के सवालों के जवाब और रिपोर्ट तैयार करने में मदद करता है।
आय
आय बढ़ाने की कोशिश में जेप्टो
जेप्टो इस टूल के जरिए ब्रांड्स से सदस्यता शुल्क लेकर नई कमाई का रास्ता बना रहा है।
हालांकि, अभी इसकी कीमत का खुलासा नहीं हुआ है। नया टूल जेप्टो के मौजूदा फ्री ब्रांड पोर्टल का उन्नत वर्जन है। यह जोमैटो के B2B SaaS जैसे मॉडल से प्रेरित है, लेकिन जेप्टो फिलहाल अपने ही नेटवर्क पर फोकस कर रहा है।
कंपनी ने हाल ही में मोतीलाल ओसवाल के संस्थापकों को निवेशक बनाया है और 2026 में IPO लाने की योजना है।