एक साल में 4 भारतीय कंपनियों ने की 67,000 कर्मचारियों की छंटनी- रिपोर्ट
पिछले साल वैश्विक स्तर पर दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों ने बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी की। मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केवल एक साल में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस, विप्रो और टेक महिंद्रा ने 67,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। टेक कंपनियों ने पिछले साल से छंटनी के अलावा हायरिंग भी धीमी कर दी है। इसके साथ ही कैंपस भर्तियों को भी बहुत कम कर दिया है।
इतने कर्मचारियों की हुई छंटनी
रिपोर्ट से पता चलता है कि पिछले एक साल में जहां इंफोसिस ने 24,182 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, वहीं विप्रो ने 21,875 कर्मचारियों की छंटनी कर दी। दूसरी ओर TCS ने कर्मचारियों की संख्या में 10,818 की कटौती की, जबकि टेक महिंद्रा ने 10,669 लोगों को नौकरी से बाहर कर दिया। दिसंबर, 2022 की तुलना में उम्मीदवारों को दिए गए नौकरी के प्रस्तावों की संख्या में दिसंबर, 2023 में 21 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
कंपनियों ने यह कदम भी उठाया
कर्मचारियों की छंटनी करने और नियुक्तियों को धीमा करने के अलावा कंपनियों ने पिछले साल अपनी लागत कम करने के लिए अन्य कदम भी उठाए। विप्रो ने पिछले साल फरवरी में फ्रेशर्स की नौकरी की पेशकश लगभग 50 प्रतिशत कम करने का फैसला किया। कंपनी ने शुरुआत में फ्रेशर्स को 6.5 लाख रुपये के वेतन पैकेज की पेशकश की थी। इंफोसिस ने कैंपस हायरिंग को छोड़ कीदिया, क्योंकि उनके पास पहले से ही प्रशिक्षण के लिए पर्याप्त फ्रेशर्स थे।