
रात में कार चलाते समय क्यों चालू नहीं करनी चाहिए केबिन लाइट? यहां समझें
क्या है खबर?
कई लोग दिन के समय सड़क पर भारी ट्रैफिक जाम के बचने के लिए रात के समय कार चलाना पसंद करते हैं, लेकिन सावधानी नहीं रखने पर कई बार यह निर्णय घातक भी साबित हो सकता है। कई लोगों इस बात को लेकर संशय में रहते हैं कि रात में ड्राइव करते समय कार के केबिन की लाइट बंद होनी चाहिए या नहीं। आज हम आपको बता रहे हैं कि केबिन लाइट के चालू रहने पर क्या प्रभाव पड़ता है।
असर
आंखों पर पड़ता है असर
आपकी आंखों की पुतलियां प्रकाश की तीव्रता के अनुसार आकार बदलती हैं। अगर, आपकी कार में केबिन लाइट चालू है तो पुतलियां सिकुड़ जाएंगी, जिससे आपकी आंखों में कम रोशनी आएगी। उसी समय कार के बाहर बहुत अंधेरा है तो आपको साफ दिखाई नहीं देगा। लाइट बंद करने से पुतलियां बाहर की रोशनी की तीव्रता के अनुसार समायोजित हो जाएंगी। इससे अंधेरे में देखने के लिए आंखों पर ज्यादा जोर नहीं पड़ेगा।
सुरक्षा
सुरक्षा के लिए भी जरूरी है केबिन में लाइट बंद होना
सुरक्षा: यह सुरक्षा और आपकी गोपनीयता के लिए भी जरूरी है। केबिन लाइट बंद होने पर बाहर से कोई कार के अंदर के हालात का पता नहीं लगा सकता है, जिससे लूटपाट जैसी घटना से बचाव होता है। बैटरी डिस्चार्ज: केबिन लाइट चालू रखने से बैटरी जल्द खत्म हो जाएगी। इससे लंबी यात्रा के दौरान परेशानी भी आ सकती है। दूसरे चालकों को ध्यान भटकाना: आपकी गाड़ी की केबिन लाइट दूसरे वाहन चालकों का ध्यान भटका सकती है।