होंडा और निसान का हो सकता है विलय, रिपोर्ट्स में दावा
जापानी की दिग्गज कार निर्माता होंडा और निसान हाथ मिलाने की तैयारी कर रही हैं। इस विलय का उद्देश्य बिक्री बढ़ाने के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में टोयोटा, टेस्ला, BYD जैसी कंपनियों को टक्कर देना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों कार निर्माता आने वाले दिनों में संभावित विलय पर प्रारंभिक बातचीत कर रही हैं। नए विलय का मतलब यह होगा कि निसान फ्रांसीसी कार निर्माता रेनो के साथ अपनी साझेदारी को खत्म कर देगी।
कब शुरू हुई थी विलय को लेकर चर्चा?
होंडा-निसान विलय की अटकलों की शुरुआत इस साल मार्च में हुई थी, जब दोनों जापानी कार निर्माता इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में रणनीतिक साझेदारी तलाशने पर सहमत हुए थे। होंडा और निसान ने मीडिया रिपोर्ट्स का सिरे से खंडन नहीं किया है। होंडा के एक प्रवक्ता ने इस पर कहा, "हम भविष्य में होंडा और निसान के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन कुछ भी तय नहीं हुआ है।"
दोनों कंपनियां बिक्री में टोयोटा से है नीचे
बिक्री के मामले में होंडा और निसान जापान में टोयोटा के बाद सबसे बड़े कार निर्माता हैं। तीनों कंपनियां भारत सहित वैश्विक बाजारों में भी कारोबार करती हैं। फॉर्च्यूनर, इनोवा हाईक्रॉस, हाईराइडर जैसे लोकप्रिय मॉडल्स के साथ टोयोटा भारत में शीर्ष 5 कार निर्माताओं में से एक है। होंडा और निसान की भारतीय बाजार में बहुत कम हिस्सेदारी है। होंडा यहां सिटी, अमेज और एलिवेट जैसे मॉडल बेचती है, जबकि निसान की केवल 2 गाड़ियां- मैग्नाइट और X-ट्रेल है।