MG मोटर्स खरीद सकती है फोर्ड इंडिया के प्लांट्स, बातचीत शुरू
क्या है खबर?
फोर्ड इंडिया ने आधिकारिक तौर पर भारत में मौजूद अपने गुजरात और तमिलनाडु के प्रोडक्शन प्लांट्स में कारों का उत्पादन बंद करने का फैसला किया है। साथ ही कंपनी इन प्लांट्स को बेचने के लिए अन्य ब्रांडों के साथ बातचीत कर रही है।
खबरें आ रही हैं कि MG मोटर इंडिया ने फोर्ड इंडिया की संपत्तियों में दिलचस्पी दिखाई है।
MG ने अमेरिकी ऑटो निर्माता कंपनी से दोनों फैक्ट्रियों (साणंद और मराईमलाई नगर) के लिए बातचीत शुरू कर दी है।
वजह
क्यों बंद हो रहे हैं फोर्ड के प्लांट्स?
भारत में फोर्ड के दोनों प्लांटों को बंद करने का कारण इनके लगातार क्षमता से कम उपयोग को ठहराया जा रहा है।
दोनों प्लांटों में सालाना चार लाख यूनिट्स का उत्पादन करने की क्षमता है, हालांकि, फोर्ड केवल 20 प्रतिशत क्षमता के साथ 80,000 कारों का उत्पादन कर रही है।
कंपनी के साणंद प्लांट में कार निर्माण का काम 2021 के अंत तक बंद हो जाएगा, जबकि चेन्नई प्लांट 2022 में बंद किया जाएगा।
ओला इलेक्ट्रिक
ओला इलेक्ट्रिक से भी चल रही है बात
ओला इलेक्ट्रिक ने पिछले महीने भारत में अपनी S1 और S1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर को लॉन्च किया था और 15 सितंबर को इसकी बिक्री शुरू हुई थी।
कंपनी के पहले बैच की इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री मात्र दो दिनों में समाप्त हो गई और कंपनी ने दो दिनों में 1,100 करोड़ की बिक्री दर्ज की।
इसी बीच खबर आ रही है कि फोर्ड कंपनी अपने प्लांट्स के लिए ओला इलेक्ट्रिक से भी बात कर रही है।
उत्पादन
चेन्नई प्लांट में शुरू है इकोस्पोर्ट का उत्पादन
भारत में अपने दोनों प्लांट बंद करने की घोषणा के कुछ ही दिन बाद फोर्ड इंडिया ने निर्यात के लिए चेन्नई प्लांट में अपनी इकोस्पोर्ट कॉम्पैक्ट SUV का उत्पादन शुरू कर दिया है।
कंपनी ने लगभग 30,000 यूनिट्स इकोस्पोर्ट निर्यात करने का वादा किया है जिसे इस वर्ष के अंत तक पूरा किया जायेगा।
आपको बता दें कि कंपनी 2022 में सभी प्लांट्स में प्रोडक्शन को बंद कर देगी।
प्रभावित
5,300 कर्मचारी होंगे प्रभावित
फोर्ड के भारत में निर्माण बंद करने के फैसले ने दोनों कारखानों में काम कर रहे करीब 5,300 कर्मचारियों को प्रभावित किया है।
साथ ही फोर्ड के डीलर्स को भी कंपनी का प्रोडक्शन बंद कार प्रभावित करेगा।
इस बात पर चिंता जाहिर करते हुए FADA के प्रेसिडेंट विंकेश गुलाटी ने केंद्र सरकार से फ्रेंचाइजी प्रोटेक्शन एक्ट की मांग करते हुए कहा कि इस तरह के एक्ट की मदद से डीलर्स के नुकसान की भरपाई आसानी से की जा सकेगी।
जानकारी
भारत में फोर्ड का भविष्य
फोर्ड भारत में चुनिंदा डीलर्स के माध्यम से मस्टैंग कूपे, मस्टैंग इलेक्ट्रिक जैसी कारों की बिक्री करेगी। इन्हें भारत में CBU के रूप में बेचा जाएगा।
कंपनी भारत में फोर्ड सर्विस, आफ्टरमार्केट पार्ट्स और वारंटी सपोर्ट के साथ फुल कस्टमर सपोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
कंपनी निर्यात के लिए भारत में इंजन का निर्माण भी करेगी।
फोर्ड के अलावा शेवरले, UM मोटरसाइकिल और हार्ले-डेविडसन जैसी कंपनियां भारत में अपने निर्माण बंद कर चुकी हैं।