फोर्ड के ऐलान के बाद FADA की मांग- जल्द फ्रेंचाइजी प्रोटेक्शन एक्ट लाए सरकार
फोर्ड मोटर कंपनी ने भारत में प्रोडक्शन बंद करने का फैसला लिया है। इसके बाद से कंपनी के डीलर्स परेशान हैं। इस बात को लेकर ऑटो डीलर्स बॉडी फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल एसोसिएशन (FADA) ने चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार से जल्द से जल्द फ्रेंचाइजी प्रोटेक्शन एक्ट लाने की मांग की है। FADA का मानना है कि विदेशी कार निर्माता कंपनियों के इस तरह कारोबार बंद करने से कंपनी के डीलर नेटवर्क संकट में आ गए हैं।
क्या है FADA की मांग?
FADA ने विदेशी कार निर्माताओं के इस तरह एकतरफा कारोबार बंद करने से रोकने के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। FADA के प्रेसिडेंट विंकेश गुलाटी ने सरकार से फ्रेंचाइजी प्रोटेक्शन एक्ट की मांग करते हुए कहा कि इस तरह के एक्ट की मदद से डीलर्स के नुकसान की भरपाई आसानी से की जा सकेगी। आपको बता दें कि इस तरह का कानून मेक्सिको, ब्राजील, जापान, इटली, ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन जैसे कई देशों में पहले से लागू है।
क्या है फोर्ड के प्रोडक्शन बंद करने की वजह?
भारत में फोर्ड के दोनों प्लांटों को बंद करने का कारण इनके लगातार क्षमता से कम उपयोग को ठहराया जा रहा है। कंपनी के साणंद प्लांट में कार निर्माण का काम 2021 के अंत तक बंद हो जाएगा, जबकि चेन्नई प्लांट 2022 में बंद किया जाएगा। दोनों प्लांटों में सालाना चार लाख यूनिट्स का उत्पादन करने की क्षमता है, हालांकि, फोर्ड केवल 20 प्रतिशत क्षमत के साथ 80,000 कारों का उत्पादन कर रही है।
डीलर्स की समस्या पर कंपनी ने क्या कहा?
रिपोर्ट्स की माने तो देशभर में फोर्ड के 170 डीलर्स हैं और इन डीलरशिप्स में करीब 40,000 कर्मचारी काम करते हैं। गुलाटी ने बताया कि फोर्ड इंडिया के प्रेसिडेंट और MD अनुराग मेहरोत्रा ने उनसे बात करके कहा कि डीलर्स का ख्याल रखा जायेगा और जो डीलर्स ग्राहकों को सर्विसेज देते रहेंगे उन्हें कंपनी उचित मुआवजा देगी। गुलाटी का कहना है कि कंपनी की यह पहल अच्छी है, लेकिन इतना काफी नहीं है।
ये चार कंपनियां पहले ही बंद कर चुकी हैं प्रोडक्शन
आपको बता दें कि जनरल मोटर्स, मैन ट्रक्स, हार्ले डेविडसन, UM लोहिया के बाद फोर्ड इंडिया पांचवी ऐसी दिग्गज ऑटो कंपनी है जिसने भारतीय बाजार में अपने प्रोडक्शन को बंद कर दिया है।