
इस राज्य में हेलमेट न पहनने पर निलंबित हो सकता है ड्राइविंग लाइसेंस
क्या है खबर?
ओडिशा सरकार ने राज्य पुलिस और परिवहन आयुक्त से बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने वाले ड्राइवरों के ड्राइविंग लाइसेंस के निलंबन के नियम को सख्ती से लागू करने का आग्रह किया है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है। कई लोग परिवहन नियमों का पालन नहीं करते और जुर्माना भरने से भी नहीं डरते।
इस कारण सरकार ने हेलमेट न पहनने वालों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने के लिए कहा है।
पत्र
परिवहन विभाग के लिए पत्र
परिवहन विभाग के सचिव एम एस पाढ़ी ने DGP और परिवहन आयुक्त को पत्र लिखा है।
पत्र में उनसे राज्य में बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस (DL) को निलंबित करने के लिए अहम कदम उठाने का अनुरोध किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने उन्हें सात दिनों के भीतर मूल्यांकन के लिए 2019 और जनवरी से अक्टूबर, 2020 तक हेलमेट कानून के उल्लंघन पर DL के निलंबन पर जिलेवार रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
कारण
क्यों लिया गया यह फैसला?
दरअसल, राज्य में परिवहन नियमों में सख्ती के बावजूद बाइक और स्कूटर चलाने वाले लोग हेलमेट पहनने में लापरवाही कर रहे हैं।
ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के लिए राज्य सरकार ने यह फैसला किया है।
पत्र में कहा गया MV एक्ट की धारा 194 D के अनुसार बिना हेलमेट पहने मोटरसाइकिल चलाने वाले पर 1,000 रुपये का जुर्माना और उसे तीन महीने के लिए लाइसेंस रखने के लिए अयोग्य घोषित किया जाएगा।
सड़क दुर्घटनाएं
2019 में कुल इतनी सड़क दुर्घटनाएं हुईं
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ओडिशा में साल 2019 में कुल 11,064 सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में से 4,688 मामले दोपहिया वाहन के थे, जबकि 2019 में राज्य में दुर्घटनाओं के कारण कुल 5,333 लोगों की मौत हुई, जिसमें 2,398 दोपहिया वाहन वाले थे।
पत्र में कहा गया कि 2,398 में से 2,156 ने दुर्घटना के समय हेलमेट नहीं पहना था।
इस कारण हेलमेट न पहनने वालों के खिलाफ अब सख्ती बरती जाएगी।
बयान
हेलमेट से बच सकती है जान
पाढ़ी ने अपने पत्र में लिखा कि हेलमेट पहनने से कई लोगों की जान बच सकती है।
देश में मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन किया गया है। इसके बाद अब परिवहन नियमों का पालन न करने वालों को पहले से ज्यादा चालान भरना होगा।
नियम उल्लंघन करने पर लोगों को 500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक चालान भरना होगा।
जुर्माना भरने के डर से लोग नियमों का सख्ती से पालन कर सकते हैं और अपनी जान बचा सकते हैं।