देश में घट रही डीजल कारों की मांग, घटती रीसेल कीमत बड़ी वजह
देश में डीजल कारों की मांग में गिरावट आ रही है। वित्तीय वर्ष 2017 में कुल यात्री वाहन बिक्री में डीजल कारों की हिस्सेदारी 40 फीसदी थी, जो 2023 में घटकर 18.61 फीसदी रह गई है। सेल्स रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में 30.46 यूनिट्स बिक्री में 18.12 लाख पेट्रोल कार और 12.33 लाख डीजल कार शामिल थीं। इसकी तुलना में 2023 में कुल 38.90 लाख यूनिट्स बिक्री में डीजल कारों की हिस्सेदारी महज 7.23 लाख यूनिट्स रह गई है।
कई कंपनियों ने बंद किये डीजल मॉडल
जानकारों का मानना है कि डीजल कारों की अधिक कीमत और रीसेल कीमत कम होना घटती मांग का एक प्रमुख कारण रहा है। इसके अलावा, एक दशक पहले तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतर 32-33 रुपये प्रति लीटर था, जो अब घटकर 5.50 रुपये रह गया है। ऐसे में लोगों की रुचि पेट्राेल कार खरीदने में ज्यादा है। यही कारण है कि मारुति सुजुकी सहित होंडा, स्कोडा, फॉक्सवैगन जैसी कई कंपनियां अब डीजल कारों की पेशकश नहीं करती।