कार बेचने से पहले फास्टैग को ऐसे करें ब्लॉक, नहीं तो होगा नुकसान
देश में मौजूदा समय फास्टैग का इस्तेमाल जरूरी हो गया है, जिसके इस्तेमाल से टोल बूथ पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ती है। जिन गाड़ियों में फास्टैग लगा होता है वे सीधे टोल को पार कर जाती हैं। ऐसे में अगर आपने अपनी गाड़ी किसी दूसरे को बेच दी है, जिसमें आपके बैंक अकाउंट से अटैच फास्टैग लगा है तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि कार बेचने से पहले अपने फास्टैग को ब्लॉक कैसे कराएं।
क्या है फास्टैग?
फास्टैग टोल प्लाजाओं पर इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से टोल भुगतान करने का एक माध्यम है। इसे सबसे पहले 2016 में पेश किया गया था। यह एक स्टिकर की तरह होता है, जो वाहन की विंडस्क्रीन पर लग जाता है। इसमें अलग-अलग वाहन के लिए अलग-अलग कोड होता है और टोला प्लाजा पर वह कोड स्कैन होकर अपने आप वाहन के अनुसार टोल कट जाता है। इसे खरीदने के लिए वाहन के रजिस्ट्रेशन से जुड़े दस्तावेजों की जरूरत होती है।
इस तरह हो सकता है नुकसान
आपकी कार में लगा फास्टैग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) के तहत काम करता है। इसका मतलब जैसे ही आप टोल पर पहुंचेगे, वैसे ही आपके अटैच बैंक अकाउंट से पैसे कटना स्वाभाविक है। अगर कार बेचने के बाद भी आपने अपना फास्टैग कैंसल या ब्लॉक नहीं कराया, तो नुकसान संभव है। यह गाड़ी खरीदने वाले शख्स की ईमानदारी पर निर्भर करता है कि वह पुराने फास्टैग का इस्तेमाल करता है या नहीं।
कॉल के माध्यम से फास्टैग को करें ब्लॉक
NHAI के सर्विस नंबर 1033 पर कॉल करें। ICICI बैंक के ग्राहक ट्रोल फ्री 1800-210-0104 पर कॉल कर सकते हैं। पेटीएम के ग्राहक ट्रोल फ्री नंबर 1800-120-4210 पर कॉल करें। एक्सिस बैंक के ग्राहक ट्रोल फ्री नंबर 1800-419-8585 पर कॉल कर सकते हैं। HDFC बैंक के ग्राहक 1800-120-1243 पर कॉल कर सकते हैं। एयरटेल पेमेंट्स बैंक के ग्राहक 88006-88006 नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इन ट्रोल फ्री नंबरों पर कॉल करके आप अपना फास्टैग ब्लॉक करा सकते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड की रिपोर्ट के मुताबिक पूरे देश में दिसंबर, 2021 तक 4.42 करोड़ फास्टैग जारी हुए हैं। वहीं जनवरी 2021 तक देश में कुल 958 टोल प्लाजा मौजूद हैं, जहां फास्टैग का इस्तेमाल होता है।