ऑटोमैटिक कार लेने से पहले जान लें उससे जुड़ी ये पांच जरूरी बातें

आज के समय में अधिकतर लोग एक ऑटोमैटिक कार लेना चाहते हैं। ये कारें आसान ड्राइविंग जैसी सुविधा देने के साथ कई अपडेटेड फीचर्स से लैस होती हैं। इसलिए अधिकांश ड्राइवर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस कारों की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि, ऑटोमैटिक कारों को चलाने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान देना जरूरी है, जिससे आपको पहली बार इस तरह के कारों को चलाने में परेशानी न हों। तो आइये जानते हैं इन बातों के बारे में।
AMT (ऑटोमैटिक मैनुअल ट्रांसमिशन) का सबसे ज्यादा फायदा लंबी यात्रा के दौरान मिलता है। एक AMT गियरबॉक्स बाकी कारों की तरह काम नहीं करता है, बल्कि यह सारे कमांड खुद देता है, जिससे बार-बार गियर बदलने की चिंता खत्म हो जाती है। इसलिए अगर आप पहली बार एक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार चला रहे हैं तो ऑटोमैटिक गियर और इसके द्वारा जनरेट किये गए एक समान ट्रांसमिशन की आदत डालने में थोड़ी परेशानी हो सकती है।
एक मैनुअल ट्रांसमिशन जहां आपको नियमित रूप से क्लच को मैनेज करना होता है, ऑटोमैटिक कार में यह अपने आप होता है। ऑटोमैटिक कारों में क्लच जैसा कोई फंक्शन नहीं होता है। यहां AMT ही ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन के लिए होता है, जो गियर बदलने के समय क्लच दबाने की परेशानी को दूर करता है। इससे गियर को मैनुअल रूप से चेंज करने के दौरान भी ड्राइवर के लिए ड्राइव करना बहुत आसान हो जाता है।
एक तरफ जहां ऑटोमैटिक वाहनों को चलाना आसान है और यह मैनुअल कारों की तरह ही फ्यूल एफिशिएंट भी होते हैं, वहीं दूसरी तरफ इनमें पार्किंग मोड, हिल डिसेंट और हिल होल्ड जैसी सुविधाएं नहीं होती हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि यदि आप ऑटोमैटिक कार खरीदने की योजना बना रहे हैं तो हैंडब्रेक का उपयोग करने की आदत विकसित करें। शुरुआत में सामान्य सड़कों पर हैंडब्रेक का उपयोग करने की भी आदत डालें।
अधिकांश AMT कारों में एक सामान्य फीचर होता है जिसका उपयोग आप अपने कार को मैनुअल रूप से नियंत्रित करने की आवश्यकता महसूस होने पर कर सकते हैं। यह टेक-इन-द-हैंड्स विकल्प आमतौर पर कई पारंपरिक ऑटोमैटिक कारों में पेश नहीं किया जाता है। इसलिए दोनो विकल्पों वाले कार ही लें, क्योंकि यह आपको AMT से लैस कारों में अपनी इच्छा के अनुसार अपशिफ्टिंग और डाउनशिफ्टिंग का विकल्प प्रदान करती है।
ट्रैफिक में ड्राइव करना किसी भी ड्राइवर को पसंद नहीं है। इसलिए हमारे देश में बिकने वाली AMT कारें अब 'क्रीप' नामक एक सुविधा के साथ आती हैं। यह 'क्रीप' फीचर ट्रैफिक के दौरान कार को एक्सीलरेटर पर रखे बिना धीरे-धीरे चलने की अनुमति देता है। जिससे भारी ट्रैफिक की स्थिति में भी ड्राइव करना आसान हो जाता है। साथ ही इसकी मदद से कार बिना एक्सीलरेटर लिए भी पहले गियर में बंद नहीं होती।