ईरान ने 17 अमेरिकी जासूसों को पकड़ा, कुछ को सुनाई गई मौत की सजा- रिपोर्ट्स
अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते टकराव के बीच ईरान ने अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) के 17 जासूसों को पकड़ने का दावा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इनमें से कुछ जासूसों को मौत की सजा भी सुनाई जा चुकी है। इससे पहले ईरान ने जून में CIA के बड़े साइबर जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ करने का दावा किया था। पकड़े गए जासूसी क्या इसी जासूसी नेटवर्क से संबंधित हैं, ये अभी साफ नहीं है।
संवेदनशील और महत्वपूर्ण केंद्रों की जासूसी कर रहे थे जासूस
सोमवार को ईरान की सरकारी मीडिया ने खुफिया मंत्रालय के हवाले से ये दावा किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने CIA के एक जासूसी नेटवर्क को तोड़ने में सफलता पाई है और 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। सरकारी मीडिया पर दिखाए गए मंत्रालय के बयान के अनुसार, "पकड़े गए जासूस आर्थिक, परमाणु, इंफ्रास्ट्रक्चर, सेना और साइबर से संबंधित संवेदनशील और महत्वपूर्ण निजी क्षेत्र के केंद्रों पर काम कर रहे थे।"
जून में भी हुआ था ईरान के जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि जिन जासूसों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से कुछ को मौत की सजा भी सुनाई जा चुकी है। बता दें कि इससे पहले जून में ईरान ने CIA के साइबर जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश करने का दावा किया था। तब ईरान ने कहा था कि उसकी कार्रवाई के कारण विभिन्न देशों में अमेरिका के जासूस पकड़े गए हैं।
जून में ईरान ने मार गिराया था अमेरिकी ड्रोन
ईरान की ओर से ये दावा ऐसे समय पर किया गया है, जब अमेरिका के साथ उसके रिश्ते ठीक नहीं चल रहे हैं। मौजूदा तनाव मई में अमेरिका के ईरान पर प्रतिबंध कड़े करने से शुरू हुआ था। इसके बाद 20 जून को ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के अपने दक्षिणी तट के पास 'स्ट्रेट आफ होर्मुज' में अमेरिकी नौसेना के RQ-4 निगरानी ड्रोन को मार गिराया था।
ट्रम्प ने दे दी थी ईरान पर सैन्य कार्रवाई की मंजूरी
ईरान की इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे ईरान की "बेहद गंभीर गलती" करार दिया था। इसके बाद उन्होंने ईरान पर सैन्य हमले की इजाजत दे दी थी। लेकिन ऑपरेशन शुरू होने से चंद घंटे पहले ही उन्होंने अपने फैसले को पलटते हुए ऑपरेशन को निरस्त कर दिया था। उन इस फैसले से एक बड़ा संकट टल गया था।
पिछले हफ्ते ईरान ने पकड़ा ब्रिटेन का टैंकर
पिछले हफ्ते ईरान ने 'स्ट्रेट आफ होर्मुज' में ब्रिटेन के एक टैंकर को भी पकड़ लिया था। 4 जुलाई को ब्रिटेन के रॉयल मरीन्स के जिब्राल्टर में ईरान के टैंकर को पकड़ने के बदले में ये कार्रवाई की गई थी। 'स्ट्रेट आफ होर्मुज' एक बेहद व्यस्त समुद्री कारोबारी मार्ग है, जहां से होकर कई देशों के जहाज गुजरते हैं। ये जलमार्ग बेहद महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि खराब रिश्तों का असर यहां देखने को मिल रहा है।