उइगर मुद्दा: चीन ने शिनजियांग में ध्वस्त कीं लगभग 16,000 मस्जिदें- रिपोर्ट
उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार के लिए वैश्विक आलोचना का सामना कर रहा चीन अपने मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत में हजारों मस्जिदों को ध्वस्त कर चुका है। एक ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, हालिया वर्षों में चीन ने शिनजियांग में लगभग 16,000 मस्जिदों को ढहाया गया है और अभी प्रांत में मस्जिदों की संख्या 1960 के दशक की सांस्कृतिक क्रांति के बाद सबसे कम है।
सदियों से चला रहा रहा है उइगर मुस्लिमों और चीन का संघर्ष
उत्तर-पूर्व चीन में स्थिति शिनजियांग प्रांत में तुर्क जाति के लगभग 1.1 करोड़ उइगर मुसलमान रहते हैं जो खुद को केंद्रीय एशिया के लोगों के ज्यादा नजदीक मानते हैं। इनका कई सदियों से हान बहुल चीन से संघर्ष चलता रहा है और 20वीं सदी के शुरूआत में यह प्रांत कुछ समय के लिए आजाद भी रह चुका है। हालांकि 1949 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने उस पर फिर से कब्जा कर लिया था।
जिनपिंग के सत्ता में आने के बाद बढ़ा उइगरों पर अत्याचार
चीन 1949 के बाद से ही उइगर मुस्लिमों पर तरह-तरह के अत्याचार कर रहा है और उनकी राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और वित्तीय गतिविधियों पर रोक लगा उनकी विरासत को खत्म करने की कोशिश कर रहा है। शी जिनपिंग के सत्ता में आने के बाद ये चरम पर पहुंच गया और 2017 में उनके एक आदेश के बाद उइगुर मुस्लिमों पर अत्याचार बढ़ गया। डिटेंशन कैंपों में रखकर उन्हें उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक जड़ों से जबरदस्ती दूर किया जा रहा है।
चीन करता रहा है कोई भी डिटेंशन कैंप होने से इनकार, अब झूठ हुआ उजागर
हालांकि चीन उइगर मुस्लिमों पर किसी भी तरह का अत्याचार करने और देश में कोई भी डिटेंशन कैंप होने से इनकार करता रहा है। लेकिन अब ऑस्ट्रेलियन स्ट्रेटजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट (ASPI) की रिपोर्ट ने उसके झूठ को उजागर कर दिया है। सैटेलाइट तस्वीरों की मदद से तैयार की गई इस रिपोर्ट के अनुसार, 2017 से लेकर अभी तक चीन लगभग 380 डिटेंशन कैंप बना चुका है। इन कैंपों में लगभग 10 लाख उइगर मुस्लिमों को यातनाएं दी जा रही हैं।
8,500 मस्जिदों को किया गया पूरी तरह ध्वस्त- रिपोर्ट
ASPI की रिपोर्ट के अनुसार, चीन शिनजियांग में लगभग 16,000 मस्जिदों को ध्वस्त या तोड़ चुका है, जिनमें से 8,500 को पूरी तरह से तबाह किया जा चुका है। ज्यादातर विध्वंस काश्गर और उरुम्की शहरों के बाहरी इलाकों में किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जो मस्जिदें विध्वंस से बच गईं, उनके गुबंद और मीनारों को तोड़ दिया गया है और अभी प्रांत में टूटी और सही-सलामत मिलाकर 15,500 मस्जिदें बची हैं जो सांस्कृतिक क्रांति के बाद सबसे कम हैं।
शिनजियांग के एक-तिहाई इस्लामिक पवित्र स्थलों को तोड़ा गया
यही नहीं शिनजियांग के बड़े इस्लामिक पवित्र स्थलों में से लगभग एक तिहाई को भी तोड़ दिया गया है। इससे पहले पिछले साल अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी AFP की एक रिपोर्ट में भी इलाके में दर्जनों कब्रिस्तानों को तोड़े जाने और इसके कारण शवों के जहां-तहां बिखरे होने की बात भी सामने आई थी। ASPI की रिपोर्ट के अनुसार, इसके विपरीत शिनजियांग के किसी भी ईसाई चर्च और बौद्ध मंदिर को हाथ भी नहीं लगाया गया है।
चीन ने रिपोर्ट को किया खारिज, कहा- शिनजियांग में पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता
चीनी सरकार ने ASPI की इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि उसकी कोई अकादमिक विश्वसनीयता नहीं है और वह चीन विरोधी और झूठी बातें पैदा कर रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने शुक्रवार को कहा कि शिनजियांग में पूरी राजनीतिक स्वतंत्रता है और अभी प्रांत में लगभग 24,000 मस्जिदें हैं जो अमेरिका से 10 गुना अधिक है। वहीं डिटेंशन कैंपों को उन्होंने "प्रशिक्षण केंद्र" बताया है।