बांग्लादेश में भड़की हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिया इस्तीफा, सेना बनाएगी अंतरिम सरकार
बांग्लादेश में भड़की हिंसा के बीच बड़ी खबर आई है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और वह देश छोड़कर सुरक्षित स्थान के लिए रवाना हो चुकी है। इस बीच, हजारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका में उनके सरकारी आवास गणभवन में प्रवेश कर लिया और जमकर उत्पात मचाया। इस बीच बांग्लादेश की सेना ने देश की बागडोर अपने हाथों में लेते हुए अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया है। आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
प्रधानमंत्री आवास में घुसे प्रदर्शनकारियों का वीडियो
सैन्य हेलीकॉप्टर से भारत पहुंचीं हसीना
रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री हसीना ने अपनी बहन शेख रेहाना के साथ राजधानी ढाका को छोड़ दिया है और वह सैन्य हैलीकॉप्टर में सवार होकर भारत के अगरतला शहर पहुंच चुकी हैं। हसीना के करीबी सूत्र ने बताया कि हसीना ढाका छोड़ने से पहले देश के नाम एक संदेश भी रिकॉर्ड करना चाहती थीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों के उनके आवास की ओर तेजी से बढ़ने के कारण वह ऐसा नहीं कर पाई और हेलीकॉप्टर से रवाना हो गई।
भारत पहुंचीं हसीना का वीडियो
बांग्लादेश में सेना को तैनात करने की आदेश
रिपोर्ट के अनुसार, हसीना ने देश छोड़ने से पहले पूरे बांग्लादेश से पुलिस को हटा लिया था और सेना की तैनाती के आदेश जारी किए थे। इसके बाद सेना ने हिंसा वाली जगहों पर मार्च भी शुरू कर दिया है। इसके बाद सेना प्रमुख जनरल वकर-उज़-जमान के सत्तारूढ़ अवामी लीग और विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के से साथ बातचीत की। इसमें उन्होंने नेताओं से देश में शांति स्थापित करने के संयुक्त प्रयास करने को कहा।
सेना प्रमुख ने किया देश को संबोधित
हसीना के इस्तीफा देकर जाने के बाद सेना प्रमुख वकार-उज-जमान ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "अब हम अंतरिम सरकार बनाकर देश को चलाएंगे। लोग शांति के लिए प्रयास करें और बांग्लादेश की सेना पर भरोसा रखें।" उन्होंने आगे कहा कि हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलेगा। देश के लोगों को उनका सहयोग करना चाहिए। लोग कानून को अपने हाथ में न लें। पूरे हालात पर सेना की नजर है। जो कुछ अन्याय हुआ है उस पर विचार करेंगे।
भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
बांग्लादेश में भारतीय दूतावास ने देश में रहने वाले भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने का आग्रह किया है। भारतीय सहायक उच्चायोग (AHCI) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'सिलहट में भारतीय सहायक उच्चायोग के अधिकार क्षेत्र में रहने वाले छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस कार्यालय के संपर्क में रहें और अत्यधिक सतर्कता बरतें। इसी तरह भारतीय लोगों को बांग्लादेश की यात्रा से भी बचना चाहिए। आपात स्थिति में कृपया +88-01313076402 पर संपर्क करें।'
बांग्लादेश में कैसे बढ़ती गई हिंसा?
सरकार के विरोधी और समर्थित धड़ों के बीच हुई आमने-सामने की भिड़ंत के बाद ढाका, रंगपुर, बोगरा, मगुरा, सिराजगंज, कोमिला सहित देश के प्रमुख हिस्सों में हिंसा भड़क गई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थानों, पुलिस चौकियों, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालयों और उनके नेताओं के आवासों पर हमला किया तथा कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। शाहबाग क्षेत्र स्थित बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी पर भी हमला किया गया है।
पूरे देश में कर्फ्यू के साथ इंटरनेट सेवा बंद
हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने रविवार शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन देशव्यापी कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया था। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, मैसेंजर, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम को भी बंद करने के साथ 4G इंटरनेट भी बंद करने का आदेश दिया है। सोमवार से तीन दिन का सामान्य अवकाश भी घोषित किया गया है। देश के चप्पे-चप्पे पर सेना के जवान तैनात हैं, लेकिन इसके बाद भी प्रदर्शनकारी शांत नहीं हो रहे हैं।
बांग्लादेश हिंसा में हो चुकी है 100 से अधिक मौतें
बता दें कि बांग्लादेश में प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर रविवार को फिर से हिंसा भड़क गई थी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थानों, पुलिस चौकियों, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालयों और उनके नेताओं के आवासों पर हमला किया तथा कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इसमें अब तक 14 पुलिसकर्मियों सहित 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे देश में कर्फ्यू के साथ इंटरनेट सेवा को बंद कर रखा है।