टोक्यो ओलंपिक: ईनामी राशि में अन्य देशों की तुलना में सबसे अधिक कमाई करेंगे भारतीय एथलीट्स
टोक्यो ओलंपिक 2020 की शुरुआत हो चुकी है और दुनियाभर के एथलीट्स इसमें अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। भारत ने इस बार ओलंपिक इतिहास में अपना सबसे बड़ा दल भेजा है और उन्हें इस बार अधिक पदकों की उम्मीद है। इसी को देखते हुए भारत के अलग-अलग राज्यों ने पदक जीतने पर करोड़ रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है। आइए जानते हैं अन्य देशों के मुकाबले भारतीय एथलीट्स कितनी अधिक कमाई कर सकते हैं।
भारत में पदक जीतने पर इतनी मिलेगी ईनामी राशि
हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और चंडीगढ़ ने सबसे अधिक छह तो वहीं कर्नाटक और गुजरात ने स्वर्ण पदक जीतने पर पांच करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। दिल्ली, राजस्थान, सिक्किम और तमिलनाडु ने तीन करोड़ रूपये का ऐलान किया है। पंजाब के एथलीट्स को 2.25 करोड़ की अधिकतम राशि मिलेगी। हिमांचल प्रदेश, झारखंड और तेलंगाना में एथलीट्स को दो करोड़, उत्तराखंड में 1.5, मणिपुर में 1.2 और महाराष्ट्र, केरल तथा गोवा में अधिकतम राशि एक करोड़ रुपये है।
भारत के बाद इन देशों ने भी की है बड़े ईनाम की घोषणा
भारत के बाद स्वर्ण पदक पर सबसे अधिक ईनामी राशि देने के मामले में इंडोनेशिया (5.55 करोड़ रुपये), सिंगापुर (5.47 करोड़ रुपये), हांग कांग (4.80 करोड़ रुपये), थाईलैंड (2.30 करोड़ रुपये) और कजाकिस्तान (1.86 करोड़ रुपये) टॉप-5 में हैं। रजत पदक के मामले में इंडोनेशिया (2.81 करोड़ रुपये), सिंगापुर (2.76 करोड़ रुपये), हांग कांग (2.39 करोड़ रुपये), और कजाकिस्तान (1.11 करोड़ रुपये) का ईनाम देंगे। भारत में रजत पदक के लिए अधिकतम तीन करोड़ रूपये का ईनाम रखा गया है।
भारत के मुकाबले इन बड़े देशों में है बेहद कम ईनामी राशि
ओलंपिक की मेजबानी कर रहे जापान में स्वर्ण जीतने पर लगभग 32 लाख रुपये का ईनाम रखा गया है। भारत में केवल बंगाल (25 लाख रुपये) ऐसा राज्य हैं जहां स्वर्ण जीतने पर सबसे कम ईनाम रखा गया है। पदक जीतने के मामले में काफी आगे रहने वाले अमेरिका में स्वर्ण जीतने पर लगभग 28 लाख रूपये तो वहीं जर्मनी में स्वर्ण पर लगभग 16 लाख रूपये ही मिलेंगे।
ये तीन देश नहीं देंगे पदक जीतने पर ईनामी राशि
ग्रेट ब्रिटेन, नॉर्वे और स्वीडन अपने एथलीट्स को ओलंपिक पदक जीतने पर कोई ईनामी राशि नहीं देंगे। सरकार ओलंपिक और पैरालंपिक के लिए साल में लगभग 1,190 करोड़ रूपये की राशि देती है। इस राशि में से एथलीट्स को भी वेतन भी दिया जाता है। एथलीट्स हर साल लगभग 27 लाख रुपये वेतन के रूप में हासिल करते हैं। ब्रिटेन का मानना है कि ईनामी राशि देकर खिलाड़ियों को पदक जीतने के लिए प्रेरित नहीं किया जा सकता है।