पाकिस्तान क्रिकेट में नया बवाल, इंजमाम उल हक ने मुख्य चयनकर्ता के पद से दिया इस्तीफा
पाकिस्तान क्रिकेट टीम को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। विश्व कप 2023 में टीम के खराब प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व दिग्गज खिलाड़ी इंजमाम उल हक ने मुख्य चयनकर्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है। इंजमाम ने अपना इस्तीफा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख जका अशरफ को भेजा है। पाकिस्तान लगातार 4 मुकाबले हार चुका है और लगभग सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर है। इसको लेकर कप्तान बाबर आजम और इंजमाम की काफी आलोचना हो रही थी।
इस समिति ने चुना था इंजमाम को अध्यक्ष
मिस्बाह उल हक की अध्यक्षता में PCB ने क्रिकेट तकनीकी समिति (CTC) गठित की थी। इसी समिति ने अध्यक्ष अशरफ को इंजमाम की नियुक्ति की सिफारिश की थी। CTC में पूर्व कप्तान मोहम्मद हफीज भी शामिल थे। हालांकि, उन्होंने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पाकिस्तान ने आखिरी बार इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की ट्रॉफी साल 2017 में जीती थी। उन्होंने भारत को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम किया था। उसका चयन भी इंजमाम ने किया था।
PCB ने किया कमेटी का गठन
PCB ने 5 सदस्यीय फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है, जो टीम चयन से संबंधित मीडिया में सामने आए हितों के टकराव के आरोपों की जांच करेगी। यह कमेटी अपनी रिपोर्ट और कोई भी सिफारिश जल्द ही PCB प्रबंधन को सौंपेगी। इंजमाम 1992 के विश्व कप में विजेता रही पाकिस्तान टीम का भी हिस्सा थे। संन्यास लेने के बाद उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच के रूप में भी काम किया था।
पाकिस्तान के कप्तान भी रह चुके हैं इंजमाम
इंजमाम साल 2001 से 2007 तक पाकिस्तान के कप्तान भी रहे थे। उन्होंने 31 टेस्ट में कप्तानी की थी। 11 मैच में टीम को जीत और 11 मैच में हार का सामना करना पड़ा था। 9 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। इंजमाम ने 87 वनडे में भी टीम की कप्तानी की थी। इस दौरान 51 मैच पाकिस्तान ने जीते थे और 33 मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा था। 3 मैच में कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।
कैसा रहा है इंजमाम का क्रिकेट करियर?
इंजमाम 120 टेस्ट मैच और 378 वनडे मैच खेले हैं। टेस्ट मैचों में उन्होंने 49.33 की औसत से 8,830 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 25 शतक, 2 दोहरे शतक और 46 अर्धशतक लगाए हैं। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 39.53 की औसत से 11,739 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 10 शतक लगाए हैं। PCB पहले कह चुका है कि उन्होंने विश्व कप के लिए जो टीम चुनी है, उसमे कप्तान और चयनकर्ता को पूरी स्वतंत्रता मिली थी।